उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तबियत बिगड़ी, AIIMS में भर्ती; क्या बोले डॉक्टर?

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को सुबह सीने में दर्द की शिकायत के बाद AIIMS दिल्ली में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत स्थिर है, लेकिन एहतियातन उन्हें क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) में निगरानी में रखा गया है. रात 2 बजे उन्हें अस्पताल लाया गया था, जहां कार्डियक विशेषज्ञ उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं.;

By :  नवनीत कुमार
Updated On : 9 March 2025 11:46 AM IST

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (73) को रविवार सुबह सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद AIIMS दिल्ली के कार्डियक विभाग में भर्ती कराया गया. देर रात लगभग 2 बजे उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई. फिलहाल, उन्हें एहतियातन क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) में रखा गया है, जहां विशेषज्ञों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है.

उपराष्ट्रपति का इलाज एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव नारंग की देखरेख में किया जा रहा है. डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी सेहत पर लगातार नजर बनाए हुए है. उपराष्ट्रपति के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना मिलते ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा एम्स पहुंचे और डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली.

बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं धनखड़

73 वर्षीय जगदीप धनखड़ भारत के 14वें उपराष्ट्रपति हैं. इससे पहले, उन्होंने 2019 से 2022 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया. 20 जुलाई 2019 को उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. राज्यपाल बनने से पहले वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे. 16 जुलाई 2022 को, उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था. धनखड़ ने 1989-91 के दौरान 9वीं लोकसभा में जनता दल के प्रतिनिधि के रूप में राजस्थान के झुंझुनू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में कार्य किया.

तीन दशकों तक राजनीति में रहे

राजनीतिक जीवन के अलावा, वह 1993-98 के दौरान राजस्थान की 10वीं विधानसभा के लिए किशनगढ़ से विधायक चुने गए थे. इसके साथ ही, वे राजस्थान हाई कोर्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. अपने लगभग तीन दशकों के राजनीतिक करियर में उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है.

चंद्रशेखर के समय थे केंद्रीय मंत्री

जगदीप धनखड़ को संसदीय कार्यों और प्रशासनिक अनुभव का गहरा ज्ञान है. वे पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सरकार में संसदीय कार्य मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. चाहे लोकसभा हो या विधानसभा, वे जिस भी सदन के सदस्य रहे, उसकी अहम समितियों में शामिल रहे और प्रभावी भूमिका निभाई.

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