Kissing in Classroom: एमएस यूनिवर्सिटी में 'क्लासरूम में किसिंग' का वीडियो वायरल, जांच के लिए बनी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी
वडोदरा की महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी (MSU) में क्लासरूम में दो छात्रों के कथित किसिंग का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर विश्वविद्यालय ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो फैकल्टी ऑफ आर्ट्स में रिकॉर्ड हुआ बताया जा रहा है, लेकिन प्रशासन ने कहा कि यह घटना परीक्षा के दौरान नहीं हुई और जांच जारी है.;
वडोदरा स्थित महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी (MS University of Baroda) सोमवार को तब विवादों में घिर गई जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ. इस वीडियो में दो छात्रों को कथित तौर पर क्लासरूम के अंदर किस करते हुए देखा गया. वीडियो वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी (FFC) गठित की है, जो घटना की सच्चाई की पड़ताल करेगी और आवश्यकता पड़ने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश करेगी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार यह वीडियो कथित तौर पर फैकल्टी ऑफ आर्ट्स के एक क्लासरूम में रिकॉर्ड किया गया था. वीडियो में कई छात्र दिखाई दे रहे हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि कक्षा में सामान्य लेक्चर चल रहा था. हालांकि, क्लिप में मौजूद दृश्य अस्पष्ट हैं और यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि वीडियो किस संदर्भ में रिकॉर्ड किया गया था. विश्वविद्यालय अधिकारियों ने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच के आधार पर ऐसा प्रतीत नहीं होता कि यह घटना परीक्षा के दौरान हुई हो, जैसा कि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है.
जांच पूरी होने पर ही अंतिम निष्कर्ष निकलेगा
एमएसयू के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (पब्लिक रिलेशंस एंड कम्युनिकेशन) प्रोफेसर हितेश रविया ने बताया कि, “यह वीडियो सामने आने के बाद फैकल्टी ऑफ आर्ट्स की कार्यवाहक डीन प्रोफेसर कल्पना गावली ने तत्काल बैठक बुलाई. हमने वीडियो में दिखाई दे रहे क्लासरूम की पहचान फैकल्टी ऑफ आर्ट्स के रूप में की है, लेकिन जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, कोई अंतिम निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता. वीडियो बहुत स्पष्ट नहीं है और इसमें दिखाई दे रही कथित अनुचित हरकत की सत्यता की पुष्टि जरूरी है.”
प्रोफेसर गावली की निगरानी में फैक्ट फाइंडिंग कमेटी
रविया ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन के निर्देश पर सोमवार को ही फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन शुरू कर दिया गया है, जिसकी निगरानी प्रोफेसर गावली करेंगी. यह समिति वीडियो की सत्यता की जांच करेगी, यह पता लगाएगी कि वीडियो किसने और कब बनाया, और अगर छात्रों की पहचान होती है तो अनुशासनात्मक कार्रवाई पर सिफारिश देगी.
रिर्पोट आने के बाद होगी कार्रवाई
गौरतलब है कि एमएस यूनिवर्सिटी में इससे पहले भी सोशल मीडिया पर छात्रों के अनुशासनहीन व्यवहार से जुड़े वीडियो सामने आते रहे हैं. लेकिन यह पहला मौका है जब किसी कथित ‘इंटीमेट एक्ट’ का वीडियो क्लासरूम के अंदर वायरल हुआ है. इस घटना ने विश्वविद्यालय की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं और प्रशासन पर छात्रों की निजता और अनुशासन दोनों को संतुलित करने का दबाव बढ़ गया है. फिलहाल जांच समिति की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद ही विश्वविद्यालय कोई ठोस कार्रवाई करेगा.