मेड इन इंडिया iPhone 17 से यूजर्स की उम्मीदें - बेहतरीन कैमरा, लंबी बैटरी और स्मार्ट AI की तलाश
Apple 9 सितंबर को iPhone 17 लॉन्च करेगा, जो भारत में बनेगा. रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय यूजर्स बेहतर बैटरी, डुअल SIM, स्थानीय भाषा सपोर्ट, AI आधारित स्मार्ट फीचर्स और प्रोफेशनल कैमरा की उम्मीद कर रहे हैं. साथ ही, महंगे एक्सेसरीज़ और धीमे अपडेट से नाराजगी भी है. कंटेंट क्रिएटर कैमरा ट्रैकिंग, कूलिंग सिस्टम और एडवांस शूटिंग फीचर्स की मांग कर रहे हैं.;
9 सितंबर को Apple अपने बहुप्रतीक्षित iPhone 17 को लॉन्च करने जा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह पहली बार होगा जब इसके सभी चार वेरिएंट भारत में बनाए जाएंगे. बेंगलुरु के पास देवनहल्ली प्लांट में इसका उत्पादन होगा. इसे केवल सप्लाई चेन का बदलाव नहीं बल्कि भारत को एक बड़े प्रीमियम स्मार्टफोन बाजार और उत्पादन केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
हालांकि, रिपोर्ट्स बताती हैं कि भारतीय यूजर्स के लिए असली सवाल यह है कि क्या उन्हें iPhone 17 खरीदना चाहिए. पिछले कुछ वर्षों में मामूली अपडेट और बढ़ती कीमतों ने यूजर्स में असंतोष बढ़ाया है. वे चाहते हैं कि नया मॉडल केवल दिखावे तक सीमित न रहकर वास्तविक उपयोग में सहायक हो.
AI आधारित फीचर्स की मांग
रिपोर्ट्स के अनुसार, आज स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा ध्यान सॉफ़्टवेयर और AI आधारित फीचर्स पर दिया जा रहा है. उपयोगकर्ताओं का मानना है कि बेहतर Siri, प्रेडिक्टिव असिस्टेंस और स्मार्ट यूजर इंटरफेस जैसे फीचर्स iPhone 17 में होने चाहिए. कई रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि Google Pixel जैसे ब्रांड पहले से ही AI पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जबकि Apple को इस दिशा में और काम करने की जरूरत है.
बैटरी, डुअल SIM और स्थानीय भाषा सपोर्ट की उम्मीद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय उपयोगकर्ताओं की मुख्य मांग बेहतर बैटरी लाइफ, डुअल SIM या कम से कम eSIM का समर्थन, और Siri का भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होना है. साथ ही iCloud की कीमतें कम करने और DigiLocker जैसे सरकारी प्लेटफॉर्म से इंटीग्रेशन को भी उपयोगी सुविधा माना जा रहा है. हालांकि कई रिपोर्ट्स यह भी इंगित करती हैं कि अगर भारतीय उत्पादन की वजह से iPhone की कीमत कम हुई तो इसकी प्रीमियम छवि कमजोर पड़ सकती है. ऐसे में Apple के सामने संतुलन बनाए रखने की चुनौती है.
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कैमरा फीचर्स पर फोकस
भारत में कंटेंट क्रिएटर इकोसिस्टम तेजी से बढ़ रहा है और कैमरा इसकी सबसे महत्वपूर्ण जरूरत बन चुका है. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यूजर्स AI आधारित फेस, हैंड और जेस्चर ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं चाहते हैं. इसके अलावा ऑटोफोकस की समस्या, लॉग शूटिंग फॉर्मेट, स्मूद ज़ूम और बेहतर फ्रंट कैमरा की भी मांग की जा रही है. कई कंटेंट क्रिएटर रिपोर्ट कर रहे हैं कि शूटिंग के दौरान फोन जल्दी गर्म हो जाता है. ऐसे में कैमरा-heavy उपयोग के लिए कूलिंग सिस्टम की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है.
सामान्य उपयोगकर्ताओं में असंतोष
रिपोर्ट्स के अनुसार, सामान्य यूजर्स में भी असंतोष देखने को मिल रहा है. महंगे एक्सेसरीज़, सीमित कम्पैटिबिलिटी और ज़बरदस्ती अपग्रेड साइकल से कई यूजर्स परेशान हैं. कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि यूजर्स Apple पर ‘प्लांड ऑब्सोलेसेंस’ यानी अपडेट के जरिए पुराने उपकरणों को धीमा कर देने का आरोप लगा रहे हैं. कई उपयोगकर्ताओं का मानना है कि अन्य ब्रांडों की तुलना में Apple ने नई तकनीक पेश करने में पीछे रह गया है. वहीं प्रतिस्पर्धी ब्रांड फोल्डेबल फोन, बड़ी बैटरी और नए प्रयोगों में आगे बढ़ रहे हैं.
iPhone 17 से बदलाव की उम्मीद
रिपोर्ट्स बताती हैं कि मामूली सुधार अब उपयोगकर्ताओं को प्रभावित नहीं कर रहे. AI आधारित सुविधाओं से लेकर क्षेत्रीय भाषा समर्थन, किफायती दाम, प्रोफेशनल कैमरा फीचर्स और बेहतर बैटरी लाइफ - ये सभी ऐसी मांगें हैं जिन्हें पूरा करना Apple के लिए आवश्यक हो गया है. विश्लेषकों का मानना है कि iPhone 17 को एक ऐसा डिवाइस बनाना होगा जो न सिर्फ प्रीमियम लगे बल्कि उपयोगकर्ताओं के लिए आवश्यक भी साबित हो. भारत में उत्पादन और मूल्य रणनीति जितनी अहम है, उतना ही ज़रूरी है कि यह मॉडल वैश्विक स्तर पर नवाचार और प्रासंगिकता में अग्रणी साबित हो.
iPhone 17 से उम्मीद की जा रही है कि यह केवल एक नया मॉडल नहीं, बल्कि उपयोगकर्ता अनुभव में बड़ा बदलाव लेकर आए. भारतीय बाजार में यह फोन न सिर्फ उत्पादन बल्कि नवाचार और व्यावहारिक उपयोग के नए मानक स्थापित कर सकता है.