किसानों के साथ कृषि मंत्री शिवराज चौहान की बैठक का क्या नतीजा हुआ? जानें MSP पर क्या बात हुई

केंद्र सरकार और किसानों के बीच 22 फरवरी को चंडीगढ़ में दूसरे दौर की बातचीत हुई, यह बातचीत सकारात्मक रही. किसान नेताओं के साथ बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा हमने मोदी सरकार की प्राथमिकताएं सामने रखीं, जो किसानों के कल्याण से जुड़ी हैं. इसके साथ ही हमने किसान नेताओं की बातें भी सुनीं.;

( Image Source:  ANI )
By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 22 Feb 2025 10:15 PM IST

Farmers Central Government Meeting: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने चंडीगढ़ में किसान संगठनों के साथ दूसरे दौर की बातचीत की. इस दौरान किसानों की समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा की गई. इस बातचीत में पंजाब सरकार के तीन मंत्री भी शामिल रहे.

किसान नेताओं के साथ बैठक के बाद शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि किसानों के साथ चर्चा अच्छी रही. हमने मोदी सरकार की प्राथमिकताएं सामने रखीं, जो किसानों के कल्याण से जुड़ी हैं. हमने किसान नेताओं की बातें भी सुनी हैं. यह चर्चा जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि अगली बैठक 19 मार्च को चंडीगढ़ में होगी.

 'बैठक एमएसपी की कानूनी गारंटी पर केंद्रित थी'

किसान नेताओं से मुलाकात के बाद पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि यह बैठक एमएसपी की कानूनी गारंटी पर केंद्रित थी. सभी किसान नेताओं ने इसके लिए अपने विचार रखे. यह एक अच्छी चर्चा थी. मुझे उम्मीद है कि चर्चा सकारात्मक रहेगी.

इससे पहले, किसानों और केंद्र सरकार के बीच हुई बैठक पर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा किसानों के लिए काम किया है. केंद्रीय मंत्री किसानों से मिलने चंडीगढ़ में हैं. उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा.

जगजीत दल्लेवा से मिले केंद्रीय कृषि मंत्री

बता दें कि किसान संगठनों के साथ बातचीत से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक जगजीत दल्लेवाल से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. दल्लेवाल किसानों की मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए खानौरी सीमा पर आमरण अनशन कर रहे हैं, जिसमें फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी भी शामिल है.

'दल्लेवाल को आमरण अनशन के दौरान उचित चिकित्सा सहायता मिले'

सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि दल्लेवाल को आमरण अनशन के दौरान उचित चिकित्सा सहायता मिले. किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी देने वाले कानून सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे पहले, दिन में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मसूर, उड़द और अरहर उगाने वाले किसानों को पूर्ण MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) समर्थन का आश्वासन दिया.

'MSP को लगातार बढ़ाया जा रहा है'

नई दिल्ली के पूसा कैंपस में पूसा कृषि विज्ञान मेले के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए MSP को लगातार बढ़ाया जा रहा है. किसान भाइयों, चिंता न करें, सरकार न केवल पूरा गेहूं और धान MSP पर खरीदेगी, बल्कि पूरी मसूर, उड़द और अरहर भी MSP पर खरीदी जाएगी."

'किसान ऋण की सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये की गई'

शिवराज सिंह चौहान ने यह भी बताया कि किसान ऋण की सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है, जो किसानों की सुविधा के लिए सरकार की मंशा को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई प्रयास किए हैं कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले.पूसा कृषि विज्ञान मेले के उद्घाटन के दौरान चौहान ने एकीकृत खेती पर जोर दिया और कहा कि किसान एक ही जमीन पर कई खेती करके अधिक लाभ कमा सकते हैं.

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