शोले के जेलर हैं उद्धव, फडणवीस के साथ है फेवीकॉल का जोड़; डिप्टी सीएम ने मतभेद की बातों को किया खारिज
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मतभेद की खबरों को खारिज किया और उनके रिश्ते को 'फेविकॉल का जोड़' बताया. उन्होंने कहा कि ‘मुझे हल्के में न लें’ वाली टिप्पणी विरोधियों के लिए थी. उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें ‘धक्का’ दिया है.;
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ किसी भी तरह के मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया. उन्होंने अपने और फडणवीस के रिश्ते को 'फेविकॉल' जैसा बताया और कहा कि यह टूटने वाला नहीं है. शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी ‘मुझे हल्के में न लें’ वाली टिप्पणी सहयोगियों के लिए नहीं, बल्कि विरोधियों के लिए थी.
विदर्भ दौरे के दौरान शिंदे ने कहा कि लोगों ने उद्धव ठाकरे को ऐसा 'धक्का' दिया है कि शिवसेना (यूबीटी) हमेशा के लिए कमजोर हो गई है. जब उनसे उनके ‘मुझे हल्के में न लें’ वाले बयान पर सवाल किया गया, तो उन्होंने बताया कि पहली बार उन्होंने यह बात 2022 में कही थी. उन्होंने याद दिलाया कि जब वे मुख्यमंत्री बने, तब भी विधानसभा में उन्होंने कहा था कि वे और फडणवीस 230 से ज्यादा सीटें जीतेंगे, इसलिए उन्हें हल्के में न लिया जाए.
हल्के में न लिया जाए: शिंदे
अपने हालिया बयान को दोहराते हुए शिंदे ने कहा कि 2022 में जिन लोगों ने उन्हें हल्के में लिया, उन्होंने देखा कि उन्होंने राजनीतिक हालात पूरी तरह बदल दिए और लोगों की सरकार बना दी. उन्होंने यह भी कहा कि समझदार लोग उनके इस संदेश का सही मतलब समझ जाएंगे. नागपुर और गोंदिया में शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिंदे ने दोहराया कि महायुति पूरी तरह से एकजुट है. उन्होंने कहा, "हम एक मजबूत टीम की तरह काम कर रहे हैं. यह रिश्ता ‘फेविकॉल का जोड़’ है, जो कभी टूटेगा नहीं. कुछ लोग हमारे बीच दरार डालने की कोशिश करेंगे, लेकिन वे सफल नहीं होंगे. उन्होंने यह भी साफ किया कि उनके और फडणवीस के बीच किसी तरह का शीत युद्ध नहीं चल रहा है.
उद्धव ठाकरे पर तंज
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए शिंदे ने कहा कि जनता ने उन्हें जोरदार ‘धक्का’ दिया है और अब वे राजनीति में कमजोर हो चुके हैं. 'धक्का' शब्द दोनों शिवसेना गुटों के बीच चल रही जुबानी जंग का अहम हिस्सा बन गया है. हाल ही में उद्धव ठाकरे ने खुद को 'धक्का पुरुष' बताया था, जिसका जवाब देते हुए शिंदे ने कहा कि जनता ने शिवसेना (यूबीटी) को बड़ा झटका दिया क्योंकि उन्होंने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को छोड़ दिया और वफादार पार्टी कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया.
शिंदे ने उद्धव ठाकरे की तुलना फिल्म 'शोले' के असरानी के किरदार से करते हुए कहा कि वे 'अंग्रेजों के जमाने के जेलर' की तरह हैं, जो आदेश तो देते हैं लेकिन उनके पीछे कोई नहीं चलता. उन्होंने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे ने कई मुखौटे पहने हुए हैं, लेकिन अब लोग उनका असली चेहरा पहचान चुके हैं, इसलिए उनके गुट को छोड़कर कई नेता जा रहे हैं.