बांग्लादेश को भारत ने दिखाई औकात! त्रिपुरा ने कहा- 135 करोड़ रुपये बिजली का बकाया तुरंत चुकाओ

बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. इसके अलावा, भारत विरोधी नारे भी लगाए जा रहे हैं. इन सब खबरों के बीच भारत ने बांग्लादेश से 135 करोड़ रुपये बिजली का बकाया तुरंत चुकाने को कहा है. यह बकाया एक करोड़ रुपये अधिक है.;

( Image Source:  ANI )

Tripura News In Hindi: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला करने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. इसे देखते हुए त्रिपुरा ने बांग्लादेश से 135 करोड़ रुपये का बिजली बकाया तुरंत चुकाने को कहा है. त्रिपुरा और बांग्लादेश के बीच एनसीटीपी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड के जरिए समझौता हुआ था.

बता दें कि बांग्लादेश के ब्राह्मणबरिया जिले में ढाका से होकर जा रही अगरतला-कोलकाता पर शनिवार को हमला किया गया. हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन एक ग्रुप ने यात्रियों को धमकाया और भारत विरोधी नारे लगाए.

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त्रिपुरा के बिजली मंत्री ने क्या कहा?

त्रिपुरा के बिजली मंत्री रतन लाल नाथ ने रविवार को कहा कि बांग्लादेश पर 135 करोड़ का बकाया है.  बिजली की प्रत्येक यूनिट के लिए 6.65 रुपये चार्ज लिया जा रहा है. यह घरेलू कनेक्शन से मिलने वाली दर की तुलना में काफी अच्छी दर है.

मई से बांग्लादेश को नहीं दी जा रही बिजली

बता दें कि त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (TSECL) ने मई 2024 में 100 करोड़ रुपये के बकाया होने पर बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (BPDB) को बिजली देना बंद कर दिया था. पिछले एक साल से बांग्लादेश समय पर भुगतान नहीं कर पाया, जिसकी वजह से बकाया राशि में इजाफा हुआ.

BPDB पर 1 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है

TSECL के प्रबंध निदेशक देबाशीष सरकार का कहना है कि BPDB पर 1 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है. हम यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं कि भुगतान सुव्यवस्थित हो. हमने बांग्लादेश के अधिकारियों को पत्र लिखे हैं. मैंने व्यक्तिगत रूप से BPDB के अध्यक्ष से मुलाकात की है.

TSECL को भी करना पड़ रहा आर्थिक कठिनाइयों का सामना 

देबाशीष सरकार ने कहा कि बिजली मंत्री ने केंद्रीय बिजली मंत्रालय से भी बात की है ताकि मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाया जा सके. उन्होंने कहा कि TSECL को भी बकाया राशि बढ़ने के कारण आर्थिक रूप से कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. समझौते के मुताबिक बांग्लादेश को त्रिपुरा से 160 मेगावाट बिजली प्राप्त करने का अधिकार है. 

NVVN करता है व्यापार पर निगरानी

देबाशीष ने बताया कि व्यापार की निगरानी एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम (NVVN) द्वारा की जाती है. हमने समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए एनवीवीएन से भी बात की है। बांग्लादेश किश्तों में बकाया राशि का भुगतान कर रहा है, जिससे राज्य विद्युत निगम के फंड प्रवाह पर असर पड़ा है.

TSECL के प्रबंध निदेशक ने बिजली की महंगी खरीद को प्रतिबंध का कारण बताया. उन्होंने बताया कि त्रिपुरा स्थित बिजली संयंत्रों में बिजली उत्पादन में 60 से 70 मेगावाट की गिरावट आई है. हम पहले बिजली अधिशेष वाले राज्य थे, लेकिन अब हम बढ़ती घरेलू मांग से निपटने के लिए एक्सचेंज से बिजली खरीद रहे हैं. गैस की कमी ने भी बिजली उत्पादन में बाधा डाली.

बांग्लादेश ने 63 संतों को भारत आने से रोका 

कोलकाता में इस्कॉन के प्रवक्ता ने दावा किया कि 63 से अधिक संतों को बांग्लादेश के बेनापोल बंदरगाह पर रोक दिया गया. उन्हें भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि उनके पास वैध वीजा भी था.

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