मैगी खा रहे थे तभी... घोड़े पर चढ़कर भागे तब बची जान, हनीमून पर गईं कोमल ने बताया पहलगाम आतंकी हमले का आंखों देखा हाल

Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिसमें 28 लोग मारे गए. हनीमून पर अपने कोमल सैनी भी पति हिमिर के साथ पहलगाम गईं थीं. बड़ी मुश्किल से कपल अपनी जान बचाए पाए. उन्होंने हमले का आंखों देखा हाल बताया है. कोमल ने कहा, हम घोड़े पर सवार होकर वहां से भाग निकले. उनकी सांसें फूल रही थीं. वे भगवान से प्रार्थना कर रहे थे.;

( Image Source:  ani )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 24 April 2025 9:18 AM IST

Pahalgam Terror Attack: धरती के स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर के दीदार के लिए दूर-दूर से लोग आते थे, लेकिन अब शायद कोई वहां जाने की हिम्मत न जुटा पाएं. जिसकी वजह है 22 अप्रैल पहलगाम में टूरिस्टों पर हुआ हमला. आतंकवादियों ने धर्म पूछ-पूछकर पर्यटकों को मार डाला. हमले में 28 लोग मारे गए. उनकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वह हिंदू थे. हालांकि इसमें एक मुस्लिम युवक की मौत हो गई, जो लोगों की मदद कर रहा था. अब वहां पर मौजूद हर कोई आंखों देखा हाल बता रहा है, जिसमें कोमल सैनी का नाम भी शामिल है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पहलगाम से करीब 5 किलोमीटर दूर बैसरन घाटी में टेरर अटैक हुआ. इससे एक दिन पहले ही कोमल सोनी श्रीनगर से दिल्ली पहुंचीं. उस दौरान उनकी आंखों में आंसू थे कि भगवान की कृपा से हम बच गए. उन्होंने अपने पति मिहिर का हाथ काफी डरी हुई थीं. दो महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी और वह हनीमून के लिए कश्मीर गए थे.

कोमल ने बताया हमला कैसे हुआ?

कोमल ने कहा, उन्होंने कहा कि हम मैगी खा रहे थे और हंसी-मजाक कर रहे थे. हम सेल्फी ले रहे थे, तभी अचानक हमला हुआ. गोलियों की आवाज पूरी घाटी में गूंजने लगी. हमने एक आदमी को गिरते हुए देखा. इसके बाद हमारे आसपास सब कुछ थम सा गया. लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी की फोटो रोते हुए वायरल हो रही हैं. हमने यह सब अपनी आंखों से देखा था. आतंकी हम तक पहुंचे उससे पहले वह भाग गए.

घोड़े पर चढ़कर भागे

कोमल ने कहा, हम घोड़े पर सवार होकर वहां से भाग निकले. उनकी सांसें फूल रही थीं. वे भगवान से प्रार्थना कर रहे थे. हालांकि स्थानीय लोगों ने उनकी मदद की और घबराने से मना किया. उनके मन में बस एक ही विचार था, जितनी तेज भाग सकते हो भागो. उन्होंने बताया कि खुद की जान बचाकर हम अगले ही दिन दिल्ली के लिए निकल पड़े, फिर उन्हें जयपुर जाना था.

कोमल ने कहा, हम कभी कश्मीर नहीं जाएंगे और खूब रोने लगीं. वहीं उनके पति मिहिर ने कहा, हम एक ही समय में भाग्यशाली, धन्य और दुखी महसूस करते हैं. हमले का बाद सभी पर्यटक इधर-उधर भागने लगे. चारों-ओर डर का माहौल था.

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