भारत के ये चार कार्डिनल चुनेंगे नया पोप! जानें कौन-कौन करेगा वोट
पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है. 88 साल के थे. दुनिया के सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरु को श्रद्धांजलि देने की प्रक्रिया वेटिकन में शुरू हो चुकी है. पहले अधिकारी, फिर आम लोग अंतिम दर्शन करेंगे., अंतिम संस्कार के बाद कार्डिनल्स की सीक्रेट मीटिंग (कॉन्क्लेव) होगी, जहां अगला पोप चुना जाएगा. 138 कार्डिनल्स को वोटिंग का अधिकार है जिनमें से (80 साल से कम उम्र वाले) हिस्सा लेंगे जिसमें से भारत के 4 कार्डिनल वोटिंग में भाग लेंगे.;
88 साल की उम्र में दुनिया के सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने अलविदा कह दिया. जो इंसान अपने शांत स्वभाव, गरीबों के प्रति दया और जीवनभर सेवा की भावना के लिए जाने जाते थे, अब केवल यादों में रह गए हैं. उनके जाने के बाद अब वेटिकन में अगले ‘धर्मगुरु महामंच’ की तैयारी शुरू हो गई है. सात दिन का श्रद्धांजलि क्रम, भारी सुरक्षा, और दुनिया की निगाहें अब "कौन बनेगा अगला पोप?" पर टिकी हैं.
भारत के पास इस बार कुल 6 कार्डिनल हैं, लेकिन 4 ही वोट डाल पाएंगे, क्योंकि कॉन्क्लेव में वही कार्डिनल भाग लेते हैं जो 80 साल से कम उम्र के हों. तो चलिए मिलते हैं उन भारतीय कार्डिनल्स से जो अगले पोप को चुनने जा रहे हैं-
कार्डिनल फिलीप नेरी फेराओ (उम्र: 72)
गोवा और दमन के आर्चबिशप हैं, जिन्हें ईस्ट इंडीज़ का सातवां पितामह भी कहा जाता है. क्लाइमेट चेंज, माइग्रेंट्स और इंटरफेथ डायलॉग पर इनका खास ध्यान रहता है. पोप ने इन्हें 2022 में कार्डिनल बनाया.
कार्डिनल क्लेमीस बासेलियस (उम्र- 64)
सिरो-मलंकरा चर्च के मेजर आर्चबिशप और तिरुवनंतपुरम से हैं, इनकी छवि शांत, समझदार और बेहद प्रभावशाली नेता की है. 2012 से कार्डिनल हैं.
कार्डिनल एंथनी पूला (उम्र- 63)
भारत के पहले दलित कार्डिनल, जो चर्च में जातिगत असमानता के खिलाफ लड़ाई के प्रतीक बन गए हैं। बच्चों की शिक्षा और गरीबी हटाने के काम में भी अग्रणी रहे हैं.
कार्डिनल जॉर्ज जैकब कूवाकाड (उम्र- 51)
ये हैं वेटिकन के फील्ड ऑपरेशंस मास्टर! इंटरनेशनल ट्रिप्स से लेकर इंटरफेथ डायलॉग तक, सब कुछ संभालते रहे हैं। जनवरी 2025 में उन्हें वेटिकन के बड़े अफसर के तौर पर नियुक्त किया गया.