जल्द ही तय होगा महाराष्ट्र का अगला बॉस, शिंदे-पवार को भी लगी आस, कैसे फडणवीस बनेंगे CM?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महायुति की शानदार जीत के बाद राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. महायुति के घटक दल अब अपने-अपने नेताओं के नाम मुख्यमंत्री पद के लिए आगे कर रहे हैं, जिससे राजनीतिक तनाव बढ़ गया है.;
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महायुति की शानदार जीत के बाद राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. महायुति के घटक दल अब अपने-अपने नेताओं के नाम मुख्यमंत्री पद के लिए आगे कर रहे हैं, जिससे राजनीतिक तनाव बढ़ गया है.
भाजपा ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री का नाम तीनों गठबंधन दलों की बैठक के बाद ही तय किया जाएगा, यानी सभी दलों के बीच चर्चा और सहमति से यह निर्णय लिया जाएगा. इससे पहले, भाजपा के कई नेता मुख्यमंत्री पद को लेकर दावे पेश कर चुके हैं, लेकिन अंतिम निर्णय गठबंधन के सहयोगियों के साथ विचार-विमर्श के बाद ही होगा.
महायुति सरकार गठन में एक दिन का समय
विधानसभा सचिवालय के पूर्व सेक्रेटरी अनंत कलसे ने 26 नवंबर तक नई सरकार का गठन सुनिश्चित करने की बात कही है, जिसका मतलब है कि महायुति को इस तिथि तक मुख्यमंत्री पद पर निर्णय लेने और शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन करना होगा.
आज के दिन होने वाली विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के लिए नेता का चुनाव किया जा सकता है, जो इस सियासी उथल-पुथल का एक अहम मोड़ होगा. महायुति के अंदर गहरी चर्चा और विचार-विमर्श के बाद यह तय होगा कि कौन सा नेता अगले मुख्यमंत्री के रूप में उभरेगा.
अजित पवार गुट द्वारा असली एनसीपी को अपना बताने पर एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार का कहना है, 'हमसे ज्यादा लोगों ने उन्हें वोट दिया है, लेकिन महाराष्ट्र जानता है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का संस्थापक कौन है.'
क्या है विधायकों की मांग?
इस चुनाव में भाजपा ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. 288 की विधानसभा में अकेले भाजपा ने ही 132 सीटों पर बाजी मारी है. ऐसे में घटक दल मुख्यमंत्री पद को लेकर चुप बैठ हैं. लेकिन उनके विधायक यहीं मांग कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का हो. भाजपा के नेता देवेंद्र फड़णवीस का नाम आगे कर रहे हैं तो शिवसेना नेताओं का कहना है कि चुनाव एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री रहते हुए लड़ा गया था इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री बनना चाहिए.