आतंकिस्तान में तिलमिलाहट, डूबेगा और सुखेगा भी! भारत का दूसरा पानी वार; बगलिहार बांध से रोका चिनाब नदी का पानी

पहलगाम आतंकी हमले को करीब 10 दिनों से ज्यादा का समय हो चुका और भारत पाकिस्तान एक दूसरे के खिलाफ डिजिटल जंग और पानी को लेकर चर्चा तेज है लेकिन अभी तक भारत ने पाकिस्तान पर किसी प्रकार का हमला नही किया है वहीं अब दोनों देशों के तनाव के बीच भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा फैसला लिया है.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 4 May 2025 4:25 PM IST

पहलगाम आतंकी हमले को करीब 10 दिनों से ज्यादा का समय हो चुका और भारत पाकिस्तान एक दूसरे के खिलाफ डिजिटल जंग और पानी को लेकर चर्चा तेज है लेकिन अभी तक भारत ने पाकिस्तान पर किसी प्रकार का हमला नही किया है वहीं अब दोनों देशों के तनाव के बीच भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा फैसला लिया है.

भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाते हुए बगलीहार डैम से चेनाब नदी का पानी रोक दिया है और अब किशनगंगा डैम पर भी ऐसी ही तैयारी की जा रही है. 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद भारत ने दशकों पुराने सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया था. 1960 से लागू इस संधि के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु और उसकी सहायक नदियों के जल के बंटवारे के नियम तय थे. अब इस संधि के निलंबन को पाकिस्तान ने "युद्ध जैसा कदम" बताया है.

सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के रामबन स्थित बगलीहार डैम और उत्तर कश्मीर के किशनगंगा डैम से पानी छोड़ने के समय को नियंत्रित कर भारत पाकिस्तान पर दबाव बना सकता है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बगलीहार डैम के स्लूइस गेट को नीचे कर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की ओर जाने वाले पानी के प्रवाह को रोका गया है. यह तात्कालिक सख्त कदम पाकिस्तान को हर मोर्चे पर जवाब देने का संकेत है.

बगलीहार डैम पहले भी दोनों देशों के बीच विवाद का विषय रहा है और पाकिस्तान ने विश्व बैंक में इस मुद्दे पर मध्यस्थता की मांग की थी। किशनगंगा डैम भी पाकिस्तान के नीलम नदी पर प्रभाव को लेकर कानूनी और कूटनीतिक विवादों में घिरा रहा है. इस बीच पाकिस्तान की ओर से लगातार दसवें दिन एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन हुआ और शनिवार को उसने सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर डाला. भारत ने इसे "गंभीर उकसावे की कार्रवाई और खतरनाक बढ़त" बताया है.

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए उसके साथ सभी व्यापारिक रिश्ते खत्म कर दिए हैं. पाकिस्तानी झंडे वाले जहाजों के भारतीय बंदरगाहों पर रुकने पर रोक लगाई गई है. डाक सेवाएं भी पूरी तरह बंद कर दी गई हैं. इसके अलावा भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल पाकिस्तानी एयरलाइनों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही सेना को पूर्ण स्वतंत्रता दे चुके हैं कि वह पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए अपने तरीके, समय और लक्ष्य खुद तय करें.

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