Telangana: मिड-डे मील के नाम परोसा जा रहा है कीड़ा! आनन-फानन में हॉस्पिटल पहुंचाए गए 30 छात्र
Telangana: तेलंगाना के नारायणपेट जिले में 30 छात्रों तब अस्पताल में भर्ती कराया गया. ये सब तब हुआ जब छात्रों ने मिड-डे मील का खाना खाया, जिसमे कीड़ा था. मामले को लेकर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने जांच के आदेश दिए हैं.;
Telangana: तेलंगाना के एक सरकारी स्कूल के 30 छात्रों को बुधवार को मिड-डे मील खाने के बाद हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया, जिसमें कथित तौर पर कीड़े थे. यह घटना नारायणपेट जिले के मगनूर जिला परिषद सरकारी हाई स्कूल में हुई. इसे लेकर सभी परेशान हैं और छात्रों के हेल्थ को लेकर चिंतित भी हैं.
छात्रों ने कथित तौर पर खाना खाने के तुरंत बाद पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की, जिसके बाद शिक्षकों और कर्मचारियों ने उन्हें इलाज के लिए स्थानीय हॉस्पिटल पहुंचाया. स्थानीय मीडिया से बात करते हुए एक बच्चे ने बताया कि उन्हें उपमा परोसा गया था और बाद में पता चला कि उसमें कीड़े थे.
चार छात्रों की हालत गंभीर
कुछ बच्चों के पैरेंट्स ने भी ये आरोप लगाया कि खाने में कीड़े थे. जिला चिकित्सा अधिकारियों ने पुष्टि की है कि चार छात्रों को छोड़कर बाकी सभी छात्रों की हालत अब स्थिर है. चार छात्रों का इलाज किया जा रहा है. डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत जल्द ठीक होने की उम्मीद है.
सीएम ने दिए जांच के आदेश
तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने नारायणपेट के जिला कलेक्टर को निर्देश दिया है कि वे अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वालों को निलंबित करने सहित सख्त कार्रवाई करें.
रेड्डी ने छात्रों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली और भविष्य में ऐसी गलती न हो, इसके लिए जिला कलेक्टरों को चेतावनी दी. उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार छात्रों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने में कोई समझौता नहीं करेगी.'
मिड-डे मील योजना क्या है?
1995 में शुरू की गई मिड-डे मील योजना एक सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों को फ्री और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है. इसमें सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और स्थानीय निकाय स्कूलों के छात्र शामिल हैं. इस योजना के मुख्य उद्देश्य स्कूल जाने वाले बच्चों में पोषण सुधारना, एडमिशन को प्रोत्साहित करके स्कूल में बच्चों को लाना और सूखा प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों को निरंतर खाने की आपूर्ति करना है.