तेलंगाना में नकली नोटों के रैकेट का भंडाफोड़! इन राज्यों में फैला है नेटवर्क, 6 आरोपी गिरफ्तार
Telangana: तेलंगाना पुलिस वाहनों की जांच कर रही थी, तभी उन्होंने 30 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ एक वाहन को रोका और तीन आरोपियों को हिरासत में लिया. आगे की जांच में पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया और प्रिंटिंग उपकरण जब्त किए.;
Telangana: नोटबंदी के बाद भी नकली नोटों का काला धंधा करने वाले लोग अपना जुगाड़ तैयार कर ही लेते हैं. मामले में अब तेलंगाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. कामारेड्डी जिले के बांसवाड़ा टाउन थाना क्षेत्र के कोय्या गुट्टा इलाके में नकली नोटों के रैकेट का भंडाफोड़ किया और मामले के सिलसिले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया. ये जानकारी अधिकारियों ने शनिवार को दी.
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कदापात्री राजगोपाल राव, हुसैन पीरा, कोलावर किरण कुमार, केसरोले रामदास गौड़, राधाकृष्ण और अजय ईश्वर लोखंडे के रूप में हुई है. ये सभी इस काले कारनामे को अंजाम दे रहे थे. उन्होंने इसके लिए बड़ा नेटवर्क बना रखा था.
वाहन की तलाशी के दौरान आरोपी पकड़ा गया
अधिकारियों के मुताबिक, कोय्यागुट्टा बांसवाड़ा में वाहन जांच के दौरान पुलिस ने एक कार को रोका और उसमें तीन व्यक्ति मिले, जिनके नाम कडापत्री राजगोपाल राव, कोलावर किरण कुमार और केसरोले रामदास गौड़ थे. वाहन की तलाशी लेने पर पुलिस को 30 लाख रुपये के नकली नोट मिले. आगे की जांच में पता चला कि आरोपी एक गिरोह का हिस्सा थे जो पूरे देश में नकली नोट छापने और चलाने में शामिल था.
मल्टी-स्टेट ऑपरेशन का भंडाफोड़
इस गिरोह में तेलंगाना, राजस्थान, कर्नाटक, उत्तराखंड और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के आठ सदस्य शामिल थे। पुलिस के अनुसार, गिरोह के काम करने का तरीका हैदराबाद में नकली नोट छापना और उसे देश के कोने-कोने में फैलाना था. इसके जरिए लोगों तक इसे फैलाना इनका मिशन था.
पुलिस ने 56 लाख 90 हजार रुपए के नकली नोट, प्रिंटर, कंप्यूटर, पेपर कटर और नकली नोट छापने में इस्तेमाल होने वाले अन्य उपकरण जब्त किए हैं. छह आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस दो अन्य आरोपियों कमलेश और सुखराम की तलाश कर रही है, जो अभी भी फरार हैं.