मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा, बिहार के 2 मजदूरों की हत्या, साइकिल से लौट रहे थे घर
मणिपुर से एक बार फिर से हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं. राज्य में उपद्रवियों ने बिहार के दो मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी है. हत्या की ये वारदात काकचिंग जिले की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक दोनों प्रवासी मजदूरों की हत्या तब कर दी गई.

मणिपुर से एक बार फिर हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं. शनिवार को दो अलग-अलग घटनाओं में तीन लोग मारे गए, जिनमें से दो बिहार के मजदूर थे. पुलिस ने इस दौरान एक उग्रवादी को भी मुठभेड़ में मार गिराया. शनिवार शाम को काकचिंग जिले में दो श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतकों में एक की पहचान 18 साल के दशरथ कुमार के रूप में हुई, जो बिहार के गोपालगंज जिले के राजवाही गांव के रहने वाले थे.
बताया जा रहा है कि दोनों मजदूर काकचिंग जिले के केइराक में निर्माण कार्य करके लौट रहे थे. काकचिंग पुलिस के अनुसार, यह घटना पंचायत कार्यालय के पास हुई. दोनों मृतकों की पहचान 18 वर्षीय सुनालाल कुमार और 17 वर्षीय दशरथ कुमार के रूप में हुई है, जो मोहन सानी के पुत्र हैं. पुलिस के मुताबिक, ये दोनों मजदूर बिहार के गोपालगंज जिले के राजवाही गांव के रहने वाले थे, जो यादवपुर थाना क्षेत्र के तहत आता है.
पुलिस के मुताबिक दोनों मजदूर साइकिल से अपने किराए के घर की ओर लौट रहे थे लेकिन रास्ते में कुछ बंदुकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. गोली लगने के बाद दोनों गिर गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन इलाज के दौरान दोनों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने इस घटना के आलोक में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. हालांकि अब तक हत्या का मकसद पता नहीं चल सका है कि हत्या किस वजह से हुई है.
हिंसा की आग में जल रहा मणिपुर
जैसा कि मालूम हो कि बीते साल मई में हिंसक वारदातें हो रही है. ये वारदातें तब शुरू हुईं जब कुकी समुदाय की ओर से आदिवासी एकता मार्च निकाला जा रहा था. मार्च मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के खिलाफ निकाला जा रहा था और इसी के दौरान कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसकी वजह से हिंसा और तनाव शुरू हुआ जो प्रदेश में अबतक जारी है.