दीवार पर थूकने वालों के मुंह पर लग जाएगा ताला! आदेश ना मानने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
अगर आपको पान, तंबाकू चबा कर उसे सड़क पर थूकने की आदत है, तो ये जानकारी आपके काम आने वाली है. दरअसल ऐसा करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्ती बरतने का प्लान किया जा रहा है. सरकार ऐसा करने वालों से भारी जुर्माना वसूलने वाली है.;
अगर आप पश्चिम बंगाल में रहने वाले हैं, और आपको पान मसाला चबाना और चबाकर दीवारों पर थूकने की आदत है, तो ये जानकारी आपके बड़े काम की होने वाली है. दरअसल सरकार ने इस पर लगाम लगाने का फैसला किया है. अब ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान लाया जाएगा. सरकार ऐसे लोगों से निपटने के लिए नया बिल लाने वाली है. जिसका फैसला भी कैबिनेट बैठक में ले लिया गया है.
इस आदत से CM परेशान
दरअसल मंगलवार को एक कैबिनेट बैठक में इस मुद्दों पर जोर रहा कि पब्लिक प्लेस पर तंबाकू खाकर, पान चबा कर थूकने की आदत पर लगाम लगाना चाहिए. इसपर कैबिनेट के एक सदस्य ने कहा कि CM ने भी ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ आपत्ति जताई है और ऐसी आदत पर दुख जाहिर किया है. सीएम का कहना है कि वह ऐसे लोगों की आलोचना करते हैं.
उनका कहना है कि लोगों की इस आदत से सरकार द्वारा सौंदर्यीकरण के प्रयासों में बाधा आती है. क्योंकी कई बार दीवारों और फुटपाथ पर दोबारा पेंट किया जाता है. लेकिन इस आदत के कारण लोग उसी पर थूक जाते हैं. इसलिए ये एक बाधा है. जिस पर रोक लगाना बेहद जरूरी है. बैठक में फैसला लिया गया कि ऐसे अपराधों पर रोक लगाने के लिए भारी जुर्माने का प्रावधान लाया जाएगा. इसके लिए सरकार एक विधेयक पेश करेगी.
कितना होगा जुर्माना?
क्योंकी ऐसा करने वाले व्यक्तियों को आदत हो चुकी है. इसलिए सरकार ने इसपर लगाम लगाने के लिए जुर्माना लगाने का फैसला लिया है. फिलहाल कितना जुर्माना लगाया जाएगा इस पर आधिकारीक सूचना सामने नहीं आई है. लेकिन उम्मीद की जा रही है कि सरकार ऐसे अपराध पर हजार रुपये तक का जुर्माना लगा सकती है.
हालांकि ऐसा नहीं है कि सरकार ने इसपर पहले से कुछ प्लान नहीं किया या फिर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती. ऐसे अपराधों पर रोक थाम के लिए सरकार पहले ही एक कानून ला चुकी है. जिसे अधिनियम 2003 लाया गया है. जिसके तहत अगर आप सार्वजनिक जगहों पर थूकते पकड़े जाते हैं, तो 200 रुपये का जुर्माना आप पर लगाया जाएगा. लेकिन क्योंकी जुर्माने की राशि कम है. ऐसे में इस पर रोक लगाई नहीं जा पा रही. जिसके कारण जुर्माने की राशी को बढ़ाने का फैसला किया जा रहा है.