Maharashtra Election 2024: मुंबई की 25 सीटों पर महायुति-महाविकास अघाड़ी का खेल कैसे बिगाड़ेंगे राज ठाकरे?

मनसे पिछले कुछ सालों में भगवा रंग में रंग गई है और ऐसा लगता है कि वह महायुति के समान ही वोटों पर नजर गड़ाए हुए है. अगले साल बीएमसी चुनावों से पहले मनसे के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज कराना महत्वपूर्ण है. मनसे मुंबई की 25 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिससे शिवसेना की संभावनाओं पर असर पड़ेगा.;

Maharashtra Assembly Elections 2024(Image Source:  ANI )
Edited By :  सचिन सिंह
Updated On : 4 Nov 2024 2:18 PM IST

Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है. मुंबई में अकेले 36 सीटें हैं, जिसमें से राज ठाकरे की महाराष्‍ट्र नवनिर्माण सेनस (मनसे) 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इस साल लोकसभा चुनावों से दूर रहने वाली मनसे विधानसभा में अपना दम दिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. विधानसभा चुनाव लड़कर अपनी चुनावी किस्मत को फिर से चमकाने की कोशिश कर रही है.

राज ठाकरे की पार्टी मनसे कट्टरपंथी हिंदू वोटों को लुभाने के प्रयास में है. अब कई सीटों पर महायुती को टक्कर देने की तैयारी में है. मुंबई में अक्टूबर 2019 के बाद से यह मनसे की पहली चुनावी लड़ाई है. पिछले दो दशकों में मनसे विधानसभा में मनसे की सीटों में लगातार गिरावट ही दर्ज की गई है. पार्टी के विधायकों की संख्या 2009 में अधिकतम 13 से घटकर पिछली विधानसभा में 1 रह गई.

टक्कर देने को तैयार हैं राज ठाकरे

राज ठाकरे ने अपने एजेंडे को स्पष्ट कर दिया है, जिसमें मस्जिदों में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल बंद करना और मजदूर वर्ग के मुंबईकर की आजीविका जैसे वादे क्षेत्रीय तौर पर उन्हें मजबूती दे सकते हैं. उन्होंने दक्षिणपंथी बदलाव की ओर भी इशारा किया है. उनकी हार्डकोर हिंदू इमेज और मुंबई के लोगों के लिए आवाज महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों के लिए बड़ा चैलेंज बनती दिख रही है.  

कुल मिलाकर मनसे 12 सीटों पर शिवसेना (शिंदे गुट) के खिलाफ और 10 सीटों पर भाजपा के खिलाफ खड़ी है. हालांकि, इसने भाजपा के सात वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. इसने शाइना एनसी (मुंबादेवी) और मुरजी पटेल (अंधेरी ईस्ट) के खिलाफ भी उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, जिन्हें भाजपा से शिवसेना में लाया गया था. इसने अमरजीत सिंह (कलिना) के खिलाफ उम्मीदवार उतारा है, जो भाजपा से रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) में आए हैं.

त्रिकोणीय मुकाबले में जीत किसकी!

एकमात्र सीट जहां महायुति ने स्पष्ट रूप से एमएनएस के उम्मीदवार को एमवीए को चुनौती देने की अनुमति देने के लिए खुद को दूर रखकर बदला लिया है, वह है सेवरी. बाकी सभी सीटों पर अगर एमएनएस ने जोरदार प्रचार किया तो यह दोनों प्रमुख गठबंधनों में से किसी एक के लिए वोटों को बांटने का काम कर सकती है. इनमें से सबसे हाई-प्रोफाइल सीटें वर्ली और माहिम हैं, जहां दोनों शिव सेनाओं और मनसे के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. यहां उम्मीदवारों में आदित्य ठाकरे और अमित ठाकरे शामिल हैं. अमित ठाकरे को भाजपा के देवेंद्र फडणवीस का समर्थन प्राप्त है.

राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि मनसे शिवसेना की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकती है. उनका कहना है कि शिवसेना ने सेवरी में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है, लेकिन मनसे वर्ली, माहिम, मगथाने, कुर्ला, चांदिवली, भांडुप और विक्रोली सहित अन्य सीटों पर चुनाव लड़ रही है. यह देखते हुए कि एकनाथ शिंदे और मनसे दोनों ही अपने हिंदुत्व और मराठी मानुस की साख को आगे बढ़ा रहे हैं, इस बात की संभावना है कि यह वोट बंट सकता है.

Similar News