लोकसभा में प्रियंका गांधी की डेब्यू SPEECH- चुन चुन कर किया विरोधियों से अब तक का हिसाब- 10 बातें

शुक्रवार को लोकसभा में संविधान पर चर्चा शुरू हुई, जिसमें वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपना पहला भाषण दिया. अपने भाषण में प्रियंका गांधी ने भारत की संवाद और चर्चा की गौरवशाली परंपरा पर जोर दिया. आइए इस खबर में प्रियंका गांधी के भाषण की 10 बड़ी बातें पर एक नजर डालते हैं.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 13 Dec 2024 3:34 PM IST

Priyanka Gandhi First Speech: संसद के शीतकालीन सत्र का आज 14वां दिन है और लोकसभा में यह दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है. 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा प्रस्तावित है, जिसे लेकर सत्र के दोनों दिन खासे अहम होंगे. शुक्रवार को लोकसभा में संविधान पर चर्चा शुरू हुई, जिसमें वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपना पहला भाषण दिया. अपने भाषण में प्रियंका गांधी ने भारत की संवाद और चर्चा की गौरवशाली परंपरा पर जोर दिया. आइए इस खबर में प्रियंका गांधी के भाषण की 10 बड़ी बातें पर एक नजर डालते हैं.

  • प्रियंका गांधी ने संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान अपने पहले भाषण में केंद्र सरकार पर कई तीखे सवाल उठाए. उन्होंने वर्तमान मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सरकार की कार्यशैली की आलोचना की. प्रियंका गांधी ने कहा, "आज हमारे साथी अतीत की बातें करते हैं. नेहरू जी ने क्या किया, अरे वर्तमान की बात करिए। देश को बताइए कि आप क्या कर रहे हैं. आपकी जिम्मेदारी क्या है?"
  • भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान लोकसभा में बोलते हुए कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ''संभल के शोक संतप्त परिवारों के कुछ लोग हमसे मिलने आए थे. उनमें दो बच्चे भी थे- अदनान और उज़ैर उनमें से एक मेरे बेटे की उम्र का था और दूसरा छोटा था, उनके पिता एक दर्जी थे, दर्जी का एक ही सपना था - वह अपने बच्चों को पढ़ाएगा, एक बेटा डॉक्टर बनेगा अन्य भी करेंगे सफल हो...पुलिस ने उनके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी. 17 वर्षीय अदनान ने मुझसे कहा कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बनेगा और अपने पिता के सपने को साकार करेगा. यह सपना और आशा उसके दिल में भारत के संविधान द्वारा पैदा की गई थी.
  • लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि, 'हमारा संविधान 'सुरक्षा कवच' है. ऐसा 'सुरक्षा कवच' जो नागरिकों को सुरक्षित रखता है - यह न्याय का, एकता का 'कवच' है." , व्यक्त करने के अधिकार का, यह दुखद है कि 10 वर्षों में, बड़े-बड़े दावे करने वाले सत्ता पक्ष के सहयोगियों ने इस 'कवच' को तोड़ने के सभी प्रयास किए हैं. संविधान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा करता है और तोड़ने का काम करते हैं यह शुरू हो गया है. लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए यह सरकार आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश कर रही है.'
  • लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि 'लैटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए यह सरकार आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश कर रही है. अगर ये लोकसभा चुनाव के नतीजे नहीं होते तो वे संविधान बदलने पर भी काम करना शुरू कर देते.' वो बार-बार संविधान की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इन चुनावों में उन्हें पता चल गया है कि इस देश की जनता इस देश के संविधान को सुरक्षित रखेगी, जबकि ये चुनाव लगभग हारते-हारते उन्हें ये एहसास हो गया है कि संविधान बदलने की चर्चा जीत गई है मैं इस देश में काम नहीं करूंगा.'
  • लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि, 'आज देश की जनता मांग कर रही है कि जातिगत जनगणना हो. सत्ता पक्ष के साथी ने इसका जिक्र किया, ये जिक्र भी लोकसभा में आए इन नतीजों की वजह से ही हो रहा है. जाति जनगणना इसलिए जरूरी है ताकि हम सबकी स्थिति जान सकें और उसके मुताबिक नीतियां बना सकें.'
  • प्रियंका गांधी ने कहा कि आज जातिगत जनगणना की बात हो रही है. सत्तापक्ष के साथी ने इसका जिक्र किया. ये जिक्र इसलिए हुआ क्योंकि चुनाव में ये नतीजे आए. ये इसलिए जरूरी है ताकि हमें पता चले कि किसकी क्या स्थिति है. इनकी गंभीरता का प्रमाण ये है कि जब चुनाव में पूरे विपक्ष ने जोरदार आवाज उठाई जातिगत जनगणना होनी चाहिए. तो इनका जवाब था- भैंस चुरा लेंगे, मंगलसूत्र चुरा लेंगे. ये गंभीरता है इनकी.
  • उन्होंने आगे कहा कि पहले जब संसद चलती थी तो जनका की उम्मीद होती थी कि सरकार महंगाई और बेरोजगारी पर चर्चा करेगी लोग मानते थे कि नई आर्थिक नीति बनेगी तो अर्थव्यवस्था को मजूबत बनाने के लिए बनेगी. किसान और आदिवासी भाई बहन भरोसा करते थे यदि जमीन के कानून में संशोधन होगा तो उनकी भलाई के लिए होगा.
  • प्रियंका गांधी ने कहा कि 'आप नारी शक्ति की बात करते हैं. आज चुनाव की वजह से इतनी बात हो रही है. क्योंकि हमारे संविधान ने उनको ये अधिकार दिया. उनकी शक्ति को वोट परिवर्तित किया. आज आपको पहचानना पड़ रहा है कि उनके बिना सरकार नहीं बन सकती. जो आप नारी शक्ति का अधिनियम लाए हैं, उसे लागू क्यों नहीं करते. क्या आज की नारी 10 साल उसका इंतजार करेगी.'
  • लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ''जिसका नाम लेकर आप कभी बोलने से कतराते हैं, कभी धाराप्रवाह बोलने से खुद को बचाने के लिए इस्तेमाल करते हैं - उसने HAL, BHEL, SAIL, GAIL, ONGC, एनटीपीसी, रेलवे, आईआईटी, आईआईएम, ऑयल रिफाइनरीज और कई पीएसयू. उनका नाम किताबों से मिटाया जा सकता है, भाषणों से मिटाया जा सकता है, लेकिन इस देश की आजादी में, इस देश के निर्माण में उनकी भूमिका को कभी नहीं मिटाया जा सकता राष्ट्र."

Similar News