PM मोदी ने ली PAK पर 'कूटनीतिक सर्जिकल स्ट्राइक' की रिपोर्ट, थरूर से ओवैसी तक आतंकवाद पर एकजुट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की जो ऑपरेशन सिंदूर के बाद 30 से अधिक देशों में भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को लेकर पहुंचे थे. इस बैठक में शशि थरूर, असदुद्दीन ओवैसी सहित कई दलों के नेता शामिल हुए. मोदी ने मिशन की रिपोर्ट ली और इसे राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताया, इस पहल का मकसद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को वैश्विक मंच पर बेनकाब करना है.;
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उन सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की जो हाल ही में 30 से ज्यादा देशों की यात्रा कर भारत की आतंकवाद के खिलाफ मजबूत नीति को वैश्विक मंचों पर उजागर कर लौटे हैं. यह मुलाकात प्रधानमंत्री निवास, 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई.
इन प्रतिनिधिमंडलों में सांसद, पूर्व सांसद और वरिष्ठ राजनयिक शामिल थे, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया को दुनिया के सामने मजबूती से रखा. विदेशों में इन प्रतिनिधियों ने नेताओं और उच्चाधिकारियों से मुलाकात कर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्पष्ट नीति को बताया.
एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, इस अभियान का उद्देश्य था. राष्ट्रीय एकता का प्रदर्शन और वैश्विक समुदाय तक एकजुट भारत की आवाज़ पहुंचाना. प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल को अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों में भेजा गया. अमेरिका, यूरोप, मध्य एशिया, खाड़ी देश, अफ्रीका, दक्षिण एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया उनके मुद्दों में काउंटर टेररिज्म सहयोग, रणनीतिक साझेदारियां, और गलत सूचनाओं से लड़ने पर खास चर्चा हुई.
कौन-कौन थे शामिल?
इस मिशन में 50 से ज्यादा लोग शामिल हुए, जिनमें मौजूदा और पूर्व सांसद व राजनयिक रहे.
प्रतिनिधिमंडलों की अगुवाई करने वाले कुछ प्रमुख नाम-
रविशंकर प्रसाद (भाजपा)
बैजयंत पांडा (भाजपा)
शशि थरूर (कांग्रेस)
कनीमोझी (DMK)
सुप्रिया सुले (NCP-SP)
श्रिकांत शिंदे (शिवसेना)
संजय झा (JDU)
असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM)
मनीष तिवारी (कांग्रेस)
प्रेमचंद गुप्ता (RJD)
इन नेताओं की मौजूदगी ने इस अभियान को दलीय सीमाओं से ऊपर उठकर, एक राष्ट्रीय अभियान के रूप में प्रस्तुत किया.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पिछले हफ्ते इन प्रतिनिधियों से अलग से मुलाकात कर उनके प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह पहल भारत की आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक स्थिति को और मजबूत करती है. प्रधानमंत्री मोदी के साथ यह मुलाकात इस कूटनीतिक अभियान के पहले चरण का समापन बिंदु थी, जो ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की सख्त नीति का प्रतीक बन गया है.
शशि थरूर और पीएम मोदी के बीच क्या हुई बात?
प्रधानमंत्री मोदी की विभिन्न सांसदों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ बैठक पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, 'उन्होंने हम सभी के साथ एक घंटे से अधिक समय बिताया. वे लॉन में अलग-अलग टेबलों पर गए, लोगों के अलग-अलग समूहों से बात की. हम सभी ने उनके साथ अनौपचारिक तरीके से बातचीत की. यह बिल्कुल भी औपचारिक मुलाकात नहीं थी. यह एक अच्छी, जीवंत, अनौपचारिक बैठक थी. हम सभी ने उनके साथ कई बातें साझा कीं.