PM-JAY योजना के लिए जान से खिलवाड़! बिना जरूरत 7 मरीजों की एंजियोप्लास्टी, 2 ने तोड़ा दम
Fraud for PM-JAY: अहमदाबाद के एक हॉस्पिटल में जिन सात मरीजों की बिना जरूरत एंजियोप्लास्टी की गई थी, उनमें से दो की मौत हो गई है. इसमें प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) के तहत धोखाधड़ी की बात सामने आई है.;
Fraud for PM-JAY: पैसा समाज में सबसे ऊपर का दर्जा हासिल करता जा रहा है. इतना ऊंचा कि जान की कीमत भी इसके सामने फीकी पड़ रही है. ऐसा ही एक उदाहरण गुजरात के अहमदाबाद के एक नामी गिरामी हॉस्पिटल से आया है, जहां प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) का लाभ लेने के लिए मरीज की जान से खिलवाड़ किया गया.
हॉस्पिटल में बिना जरूरत 7 मरीजों की एंजियोप्लास्टी दे दी गई, जिसके बाद इनमें से 2 मरीजों की मौत हो गई. इसके बाद मामले को लेकर हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन पर आपराधिक साजिश, जालसाजी और गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है.
जांच के बाद हुआ खुलासा
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिंसिपल हेल्थ सेक्रेटरी धनंजय द्विवेदी ने कहा कि केस फाइलों और सर्जरी की तस्वीरों के आधार पर सरकारी जांच में पाया गया कि एंजियोप्लास्टी देना अनावश्यक थीं. इंक्वायरी कमेटी के अनुसार, मरीजों को एंजियोप्लास्टी की जरूरत नहीं थी और ऑपरेशन के बाद दी जाने वाली देखभाल भी पूरी तरह से नहीं की गई थी और शायद यही उनके मौत का कारण बनी.
गंभीर चूक की बात आई सामने
मृतक मरीजों के परिजनों ने अस्पताल पर यह भी आरोप लगाया है कि वह लाभ कमाने के लिए पीएम-जेएवाई कार्यक्रम का इस्तेमाल अनावश्यक प्रक्रियाओं को मजबूर करने के लिए कर रहा है. आगे की जांच में मरीजों से उचित सहमति प्राप्त करने में गंभीर खामियां सामने आईं. कथित तौर पर मरीजों या उनके परिवारों के बजाय दूसरे व्यक्तियों से फॉर्म पर हस्ताक्षर कराए गए थे.
पीएम-जेएवाई लिस्ट से हॉस्पिटल बाहर
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके जवाब में गुजरात सरकार ने हॉस्पिटल को पीएम-जेएवाई कार्यक्रम सूची से हटा दिया. इसके साथ ही इसमें शामिल डॉक्टरों को पीएम-जेएवाई गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है. डॉक्टर की ओर से किए गए इस तरह की हरकतों लोगों को भविष्य में इलाज से डरा रहा है.