राष्ट्रगान सुन ठहर गया पेंटर, Video हुआ वायरल; लोगों ने कहा - यही सच्चा देशभक्त है

सोशल मीडिया पर एक दिल छूं लेने वाला वीडियो वायरल हो रहा है. उस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे एक पेंटर अपना काम छोड़कर देशभक्ति दिखाने लगता है. वीडियो एक स्कूल का है और आप देख सकते हैं कि बच्चों मेम किसी तरह की देशभक्ति नहीं दिख रही है और वे सब अपने काम में लगे हुए है. इस वीडियो को देख लोग तरह-तरह की बाते कर रहे हैं.;

( Image Source:  Video Grab - cyberdddd (instagram) )

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आप यह सोचने में मजबूर हो जाएंगे कि क्या देशभक्ति के लिए लोगों का पढ़ा लिखा होना जरूरी है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक मजदूर दिख रहा है- जो स्कूल की दीवारों पर पेंटिंग कर रहा है - वह अपनी पेंट स्टिक पकड़े हुए सीधे खड़ा हुआ है. बैकग्राउंड में आप देख सकते हैं कि भारत का राष्ट्रगान जन गण मन बज रहा है. इस क्लिप में खास बात यह है कि वह मजदूर अपना पेंटिग वाला काम कर रहा है और वह काम बेहद ही जोखिम वाला है, लेकिन फिर भी वह राष्ट्रगान सुनकर 52 सेकेंड के लिए एक जगह पर खड़ा हो गया.

सबसे निराशजनक बात यह है कि स्कूल के बाकी छात्र टहल रहे हैं और बात कर रहे हैं, उनमें से कोई भी एक जगह खड़ा होकर राष्ट्रगान के लिए अपना काम रोककर अपनी देशभक्ति नहीं दिखा रहा है, वे सब अपने कामों में लगे हुए है और वहीं वो पेंटर अपनी जगह से बिल्कुल भी नहीं हिल रहा है. इस वीडियो से हमे यह सीख मिलती है कि देशभक्त होने के लिए शिक्षा की जरूरत नहीं होती है. इस क्लिप को अब तक 37 मिलियन बार देखा जा चुका है और यह संख्या बढ़ती जा रही है.

लोगों ने दी प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को देख यूजर्स बेहद नाराज हो रहे हैं. एक यूजर ने कहा कि- 'यही वजह है कि छात्रों को सिर्फ फॉर्मूले पढ़ाने और अच्छे नंबर लाने के लिए मजबूर करने के बजाय माता-पिता को उन्हें बुनियादी शिष्टाचार भी सिखाना चाहिए.' वहीं दूसरे ने कहा- ' यह कर्मचारी इन पढ़े-लिखे छात्रों से बेहतर है.',तीसरे ने कहा-' यही सच्चा देशभक्त है.'

भारत का राष्ट्रगान बजते समय खड़े रहना और अपना काम रोक देना एक बुनियादी शिष्टाचार है. इसके बजने पर सबको खड़ा होना जरूरी है, ऐसा कानून द्वारा अनिवार्य नहीं किया गया है. अतीत में इससे पहले भी घटनाएं हुई है जहां राष्ट्रगान बजते समय खड़े न होने पर सिनेमा हॉल में दर्शकों के साथ मारपीट की गई. ऐसा तब हुआ जब राष्ट्रगान के लिए खड़े न होना कोई अपराध नहीं होता था.

नलगोंडा में राष्ट्रगान सुन रुक जाते हैं लोग

मिली हुई रिपोर्ट के मुताबिक, नलगोंडा जिले के थिप्पर्थी कस्बे में, लोग हर दिन सुबह 08:30 बजे शहर के जंक्शन पर राष्ट्रगान बजने पर रुक जाते हैं. थिप्पर्थी कस्बे में यह रस्म 27 जनवरी, 2022 को शुरू हुई और तब से बंद नहीं हुई है.

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