महाराष्ट्र और झारखंड में सरकार बनाने का दावेदार कौन, एग्जिट पोल्स की भविष्यवाणी क्या होगी सही?
Maharashtra Jharkhand Elections Exit Polls: 2024 के चुनावी साल में बुधवार (20 नवंबर) को शाम 6 बजे आखिरी वोट डाला गया. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.;
Maharashtra Jharkhand Elections Exit Polls: महाराष्ट्र की 288 सीटों पर बुधवार को 65.11 फीसदी मतदान हुआ. सबसे ज्यादा वोटिंग कोल्हापुर में 76.25 फीसदी और सबसे कम वोट मुंबई सिटी (52.07%) में डाले गए. वहीं, झारखंड में दूसरे चरण की 38 सीटों पर 68.45 फीसदी वोटिंग हुई. सबसे ज्यादा मतदान जामताड़ा 77.29 में हुआ और सबसे कम वोटिंग बोकारो (63.22 फीसदी) में हुई. दोनों राज्यों में 2019 के मुकाबले ज्यादा मतदान हुआ. दरअसल, महाराष्ट्र में एक ही चरण में मतदान था जबकि झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में वोट डाले गए थे. यहां पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर को हुई थी. पहले चरण की 43 सीटों पर 66% से ज्यादा वोट डाले गए. महाराष्ट्र में 2019 में 61.44% वोटिंग दर्ज की गई थी.
महाराष्ट्र में किसके सर होगा ताज?
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को सभी विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो गया, और चुनाव एक ही चरण में हुआ. इस चुनाव में जहां कई पार्टियां और गठबंधन मैदान में थे, वहीं महायुति (शिवसेना-बीजेपी) और महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना ‘उद्धव गुट’) के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिला. एग्जिट पोल्स के मुताबिक, इन दोनों गठबंधनों के बीच कांटे की टक्कर की संभावना है, लेकिन पिछले कुछ चुनावों के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए एग्जिट पोल्स के परिणामों पर भरोसा जताना मुश्किल हो सकता है.
झारखंड का मुख्यमंत्री कौन?
झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण में 38 सीटों पर मतदान हुआ. चुनाव में प्रमुख मुकाबला झामुमो-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा के बीच हो रहा है. एग्जिट पोल्स में दोनों गठबंधनों को विभिन्न सीटों पर बढ़त मिलने का अनुमान है, लेकिन 23 नवंबर को होने वाली वोटों की गिनती से ही स्पष्ट होगा कि किस गठबंधन को बहुमत मिलेगा.
झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है और एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने के बाद राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है. झारखंड में सरकार बनाने के लिए 42 विधायकों की आवश्यकता होती है, और एग्जिट पोल्स ने दोनों प्रमुख गठबंधनों झामुमो-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा के बीच प्रतिस्पर्धा को लेकर अलग-अलग संकेत दिए हैं.
क्या कह रहे EXIT पोल्ल?
कुछ एग्जिट पोल्स में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो और कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिलने का अनुमान है, वहीं कुछ पोल्स में बीजेपी और उसके सहयोगी एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है. इन परिणामों के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या हेमंत सोरे अपनी सत्ता को बरकरार रख पाएंगे या भाजपा सत्ता में वापसी करेगी. एग्जिट पोल्स के नतीजे अलग-अलग हैं, और इसने सियासी माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव:
महाराष्ट्र में भी विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स के नतीजे सामने आ चुके हैं, लेकिन इन पर विश्वास को लेकर अब भी संदेह है, क्योंकि पिछले कुछ चुनावों में एग्जिट पोल्स सही साबित नहीं हुए हैं. फिर भी, राज्य में महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है.
सियासी माहौल:
दोनों राज्यों में चुनाव परिणामों का इंतजार बढ़ गया है, और एग्जिट पोल्स के आधार पर अब से पहले से ही कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि, पिछले चुनावों के अनुभव को देखते हुए इन पोल्स के परिणामों पर भरोसा कम दिखाई दे रहा है. 23 नवंबर को होने वाली वोटों की गिनती के बाद स्थिति स्पष्ट होगी कि हेमंत सोरेन फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे या बीजेपी सत्ता में आएगी, और महाराष्ट्र में कौन सी पार्टी सत्ता का नेतृत्व करती है.