घर से फरार पूजा खेडकर का परिवार! ट्रक ड्राइवर किडनैपिंग केस को लेकर पुलिस एयरपोर्ट से लेकर टोल बूथ तक कर रही तलाश
Navi Mumbai News: पूर्व IAS ऑफिसर पूजा खेडकर के परिवार ने एक ट्रक ड्राइवर को किडनैप किया और अब घर से फरार है. दिलीप खेड़कर और उनके बॉडीगार्ड ने प्रहलाद कुमार को जबरन अपनी एसयूवी में बैठाया और उसे पुणे स्थित पूजा की मां मनोरमा खेड़कर के बंगले पर ले गए.;
Puja Khedkar: पूर्व IAS ऑफिसर पूजा खेडकर एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं. इस बार उनके परिवार पर एक ट्रैक ड्राइवर की किडनैपिंग का आरोप है. नवी मुंबई में ड्राइवर का अपहरण कर अपने घर में बंद कर लिया. पुलिस जानकारी मिलते ही वहां पहुंची और पीड़िता को छुड़वाया.
पुलिस पूजा के घर पहुंची को गेट अंदर से बंद था. उनकी मां मनोरमा खेडकर ने गेट खोलने से मना किया फिर पुलिस गेट फांदकर अंदर लगे गए. तब उनकी मां ने कहा कि वह कुत्ते को उनके ऊपर हमले के लिए छोड़ देंगी. वहीं पीड़ित की पहचान प्रह्लाद कुमार (22) के रूप में हुई है.
परिवार पर किडनैपिंग का आरोप
पुलिस के अनुसार, पूर्व आईएएस प्रोबेशनर पूजा खेड़कर के पिता दिलीप खेड़कर और उनके बॉडीगार्ड प्रफुल सालुंखे ने एक ट्रक ड्राइवर को किडनैप कर लिया. यह घटना उस समय हुई जब ट्रक की गाड़ी उनके लैंड क्रूजर से हल्की टकरा गई, जिसके बाद दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई.
दिलीप खेड़कर और उनके बॉडीगार्ड ने प्रहलाद कुमार को जबरन अपनी एसयूवी में बैठाया और उसे पुणे स्थित पूजा की मां मनोरमा खेड़कर के बंगले पर ले गए. अधिकारियों का कहना है कि मनोरमा खेड़कर ने न केवल अपने पति और बॉडीगार्ड को छिपाने में मदद की, बल्कि जब पुलिस टीम आरोपी को पकड़ने पहुंची तो उन पर कुत्ते भी छोड़ दिए. सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस की टीम एसयूवी का पता लगने के बाद वहां पहुंची.
पुलिस ने दर्ज की FIR
पुलिस ने मनोरमा खेड़कर को मामले की जानकारी दी और सहयोग करने की अपील की लेकिन उन्होंने गेट खोलने से मना कर दिया. मनोरमा ने एफआईआर की कॉपी की फोटो ली और भरोसा दिलाया कि वह दोपहर 3 बजे तक आरोपियों को थाने लेकर आएंगी. पुलिस टीम उनके आश्वासन पर लौट गई. जब वो नहीं आईं तो पुलिस ने कॉल किया तो मनोरमा ने आने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि वे जो करना चाहें कर सकते हैं. जब पुलिस दोबारा बंगले पर पहुंची तो एसयूवी गायब थी.
पूजा खेडकर पर क्या है आरोप?
पूजा खेडकर 2023-बैच की IAS प्रोबेशनर थीं लेकिन उन पर UPSC परीक्षा में धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों और आरक्षण नियमों का गलत उपयोग करने के आरोप लगे हैं. उन्होंने अपनी OBC और विकलांग कोटे का लाभ अवैध तरीके से उठाया. साथ ही उनके डिएन्सी सर्टिफिकेट, पता, नाम-फोटो आदि में बदलाव किए गए. UPSC ने 31 जुलाई 2024 को उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी है और उन्हें भविष्य की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने से बैन कर दिया गया है. यह कार्रवाई quata misuse और अन्य नियम उल्लंघनों के आधार पर हुई है.