ये पैकर्स एंड मूवर्स वाले तो तस्कर निकले! बैंक मैनेजर के सामान में छिपा ले जा रहे थे गांजा- खुलासे की हैरान करने वाली Story
Nagpur News: हाल ही में ओडिशा में काम करने वाले बैंक मैनेजर नागपुर शिफ्ट हुए. शिफ्टिंग के दौरान ट्रांसपोर्टर ने उनके सामान में ड्रग्स छुपा दिए. बाद में पुलिस ने 108 किलोग्राम सूखा गांजा बैंक मैनेजर के सामान से बरामद की. वह इन बोरों को पलाश वानखेड़े नामक व्यक्ति को नागपुर में डिलीवर करेगा.;
Odisha News: ओडिशा से नागपुर ट्रांसफर हो रहे एक बैंक मैनेजर को उस वक्त भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, जब उसके घरेलू सामान के जरिए गांजा तस्करी का भंडाफोड़ हुआ. दरअसल, बैंक मैनेजर ने अपने शिफ्टिंग के लिए एक स्थानीय पैकर्स एंड मूवर्स से संपर्क किया था, जिसने उसकी आड़ में गांजे की तस्करी कर दी. पुलिस ने 3 जून को पीछा कर यह खेप नागपुर में पकड़ी, जिससे बैंक मैनेजर का पूरा सामान जब्त हो गया.
ट्रांसपोर्टर अविनाश ढोके ने शातिर तरीके से 108 किलोग्राम सूखा गांजा बैंक मैनेजर के सामान में छिपा दिया था. ड्रग्स को घरेलू सामान जैसे फर्नीचर, गैजेट्स और बिस्तर के नीचे विशेष रूप से बोरों में पैक कर ट्रक में रखा गया था. गांजे की अनुमानित कीमत 27 लाख रुपये आंकी गई है. ढोके का इरादा था कि वह इन बोरों को पलाश वानखेड़े नामक व्यक्ति को नागपुर में डिलीवर करेगा.
700 किमी पीछा कर 'व्हाट्सएप भाई' को पकड़ा
इस पूरे रैकेट का सूत्रधार निकला बुलबुल प्रधान उर्फ 'व्हाट्सएप भाई', जिसे पकड़ने के लिए डीसीपी निकेतन कदम और वरिष्ठ निरीक्षक प्रवीण काले की टीम ने 700 किलोमीटर तक पीछा किया. प्रधान ओडिशा के एक सुदूर गांव में छिपा बैठा था और एक कुख्यात ड्रग माफिया परिवार से ताल्लुक रखता है. उसका भाई पहले से ही एक अंतरराज्यीय गिरोह में शामिल है.
'ऑपरेशन थंडर' ने खोला तस्करी का नया तरीका
नागपुर के पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल के नेतृत्व में चलाए जा रहे 'ऑपरेशन थंडर' के तहत इस नए तस्करी मॉडल का खुलासा हुआ है. मूवर्स और पैकर्स के जरिए नशीले पदार्थ देशभर में फैला एक नेटवर्क संचालित कर रहे हैं. इस केस से संकेत मिला कि निर्दोष ग्राहकों के नाम पर उनके सामान में गांजा छिपाकर राज्यों की सीमाएं पार की जा रही हैं.
ड्राइवर को दिया गया 1 लाख रुपये का लालच
ढोके ने अपने ड्राइवर को बुलबुल प्रधान से गांजा लाने के लिए विशेष निर्देश दिए थे. संबलपुर हाईवे पर प्रधान ड्रग्स लेकर मौजूद था. बदले में ड्राइवर को 1,000 रुपये प्रति किलो यानी पूरे सौदे पर करीब 1 लाख रुपये मुनाफे का लालच दिया गया था. ढोके ने जांच चौकियों पर बैंक मैनेजर की शिफ्टिंग रसीद दिखाकर सभी को गुमराह किया.
सबूत के तौर पर जब्त सामान, आगे की जांच जारी
कलमना पुलिस की टीम ने सटीक इनपुट मिलने पर ट्रक का पीछा किया और हर शक को नजरअंदाज करते हुए गहन तलाशी ली. वाहन में भरा सारा घरेलू सामान उतारकर गांजा बरामद किया गया. अब तक ढोके और वानखेड़े गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पुलिस इलेक्ट्रॉनिक और तकनीकी साक्ष्य के ज़रिए पूरे नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है.