वो मेरी जांघ छूती.... मुंबई के शख्स ने फीमेल बॉस पर लगाया हैरेसमेंट का आरोप, कहा- पास बैठकर करती है गंदी हरकतें
मुंबई के गोरेगांव में काम करने वाले 29 साल के युवक की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. रेडिट पर किए गए एक पोस्ट ने न सिर्फ लोगों को चौंका दिया, बल्कि वर्कप्लेस पर होने वाले हैरेसमेंट खासकर पुरुषों के खिलाफ होने वाले पर भी बड़ी बहस छेड़ दी है. दरअसल शख्स का कहना है कि उसकी फीमेल बॉस उसे गलत तरीकों से कई जगह टच करती है और जानबूझकर पास बैठती है. फिर मजाक करके चली जाती है.;
मुंबई के एक कॉर्पोरेट ऑफिस से ऐसी चौंकाने वाली कहानी सामने आई है जिसने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है. गोरेगांव में काम करने वाले एक 29 साल के युवक ने आरोप लगाया है कि उसकी महिला बॉस पिछले कई महीनों से उसे लगातार हैरेस कर रही है.
कभी फाइल रिव्यू के बहाने उसके बेहद करीब आकर बैठती है, तो कभी अचानक उसकी जांघ, कमर या हाथों को छू लेती है. युवक का दावा है कि यह सब ग़लती से नहीं, बल्कि पूरी तरह जानबूझकर होता है.
जांघों और हाथों को बार-बार छूना
करीब छह महीने पहले नौकरी जॉइन करने वाला यह युवक शुरू में अपने काम में पूरी लगन से जुटा हुआ था. लेकिन धीरे-धीरे उसे महसूस होने लगा कि उसकी महिला बॉस का बिहेवियर नॉर्मल नहीं है. शख्स ने रेडिट पोस्ट में बताया कि ' उसे पहले यह सब अनजाने में लगता था, जब उसकी बॉस फाइल रिव्यू के दौरान हल्का सा छूती थी या सीट के थोड़ा करीब आकर बैठ जाती थी.
शादीशुदा है फीमेल बॉस
मगर कुछ ही हफ्तों में यह पैटर्न लगातार होने लगा. उसकी बॉस जानबूझकर उसके हाथ-पैर, कमर या जांघों को छूती है, उसके बेहद करीब बैठती है और फिर हंसती या मजाक करती निकल जाती है. चौंकाने वाली बात यह कि महिला बॉस शादीशुदा है और बच्चे भी हैं.
इंटरनल ट्रांसफर का ख्याल
युवक के मुताबिक, वह नौकरी बदलना नहीं चाहता क्योंकि अभी उसकी जॉइनिंग को कुछ ही महीने हुए हैं. उसने डिपार्टमेंट बदलने की कोशिश भी की, लेकिन कलिग ने साफ कह दिया कि इंटरनल ट्रांसफर कराने पर बॉस लोग ज़िंदगी मुश्किल बना देंगे. अब ऑफिस जाना ही डरावना लगता है. लगता है जैसे हर दिन एक नई परीक्षा हो.
सोशल मीडिया पर भड़के यूजर्स
जैसे ही यह पोस्ट वायरल हुआ, लोग दो खेमों में बंट गए. एक तरफ वे लोग थे जिन्होंने POSH शिकायत दर्ज करने की सलाह दी. दूसरी ओर, कुछ लोगों ने उसे सावधान रहने की चेतावनी दी, यह कहते हुए कि भारत का POSH कानून मुख्य रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए बना है. हालांकि, कई कमेंट्स में POSH कमेटी के सदस्यों ने साफ किया कि आज कई कंपनियां अपनी नीतियों को जेंडर-न्यूट्रल बना चुकी हैं, जहां पुरुष, महिलाएं और सभी जेंडर के लोग शिकायत दर्ज करा सकते हैं.