Maharashtra Elections: महायुति की डील पक्की! BJP, शिवसेना और NCP में किसे मिलेगी-कितनी सीटें?
Maharashtra Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर महायुति की डील पक्की होने की खबर आ रही है, जिसमें कहा गया कि महायुति गठबंधन चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले सीट बंटवारे की घोषणा करने की स्थिति में होगा. माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग पार्टी के विधानसभा क्षेत्र में दावेदारी के आधार पर दी जानी है.;
Maharashtra Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपने-अपने गठबंधन में जोर लगाने शुरू कर दिए हैं. इस बीच खबर आ रही है कि NDA गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बात बन गई है, जिसके लिए महायुति की डील पक्की हो चुकी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन - भारतीय जनता पार्टी (BJP), एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सीट बंटवारे को लेकर पूरी तरह तैयार है.
सीटों का बंटवारा
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी सबसे ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके बाद शिवसेना और एनसीपी का नंबर आता है. रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी 150 से 155 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, शिवसेना 90-95 सीटों पर और एनसीपी 40-45 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.
सीट बंटवारे के लिए एनडीए के नेताओं के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले गठबंधन सीट बंटवारे की घोषणा करने की स्थिति में होगा. अधिकांश सीटों का बंटवारा पूरा हो चुका है. करीब 25 सीटों के लिए दो दौर की चर्चा की जरूरत होगी.
गठबंधन के सहयोगियों ने कई सर्वेक्षण किए हैं. किसी को भी टिकट देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानदंडों में से एक है जीतने की क्षमता. यह भी पता चला है कि मौजूदा उम्मीदवारों के मामले में केवल 5-10% सीटों पर बदलाव की उम्मीद है.
2019 से अब तक के उतार-चढ़ाव
विधानसभा चुनाव 2019 के बाद से पिछले पांच साल से राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिल रही है. 2019 में बहुमत हासिल करने के बावजूद चुनाव नतीजों के बाद भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन नहीं चल पाया और राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया.
देवेंद्र फडणवीस ने नवंबर में सबको चौंकाते हुए अजित पवार के साथ राज्य के सीएम के रूप में शपथ ली, जिन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ सरकार बनाने के लिए पार्टी छोड़ दी और उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया. हालांकि, तीन दिन बाद दोनों ने इस्तीफा दे दिया और अजित पवार अपने चाचा शरद पवार के पास वापस चले गए.
इसके बाद उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को फ्लोर टेस्ट के बाद सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया. जून 2022 में उद्धव ठाकरे को एक और झटका तब लगा जब उनकी पार्टी के एकनाथ शिंदे विधायकों के एक समूह के साथ एनडीए में शामिल हो गया और राज्य में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली.
नए सरकार में शिंदे को सीएम बनाया गया और फडणवीस को डिप्टी सीएम बनें. कुछ महीने बाद ही अजित पवार एक बार फिर अपने चाचा से अलग हो गए और महायुति गठबंधन में शामिल हो गए. उन्हें फिर से डिप्टी सीएम बना दिया गया .