शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने पर कोर्ट की कार्रवाई, अभी जेल में रहेगा आरोपी
हाल ही में महाराष्ट्र के अंदर छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने का मामला सामने आया था. इस मामले पर कोर्ट ने सुनवाई की और आरोपी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया. कोर्ट ने कहा कि मूर्ति में स्टेनलेस स्टील की जगह लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया गया था. इसलिए प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई.;
Shivaji Maharaj Statue: महाराष्ट्र सिंधुदुर्ग में हाल ही में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने का मामला सामने आया था. मूर्ति गिरने के बाद महाराष्ट्र में काफी बवाल देखने को मिला. इसे लेकर राजनीति भी देखने को मिली. इस मामले पर कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने कहा कि मूर्ति में स्टेनलेस स्टील की जगह लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया गया था.
कोर्ट ने इस केस में संबंधित आरोपी को राहत नहीं दी. अदालत ने संरचनात्मक सलाहकार की जमानच याचिका खारिज कर दी. रायगढ़ किले में लगी हुई शिवाजी की प्रतिमा गिर गई थी, जिसके बाद चेतन पाटिल को गिरफ्तार किया गया था.
लोहे की रॉड का हुआ इस्तेमाल
मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि जब प्रतिमा में स्टेनलेस स्टील की जगह लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया गया था. इसी वजह से मूर्ति क्षतिग्रस्त हुई. वहीं आरोपी चेतन पाटिल ने कहा कि ऐसा रिकॉर्ड नहीं है जिससे पता चले कि उन्हें कोई काम सौंपा गया था या फिर कोई पैसा दिया गया था.
खराब क्वालिटी का हुआ काम
आरोपी की जमानत याचिका को खारिज करते कहा कि पुलिस ने कोर्ट में बताया कि यह निर्माण बहुत ही खराब क्वालिटी का हुआ था. प्रतिमा बनाने में सस्ती और बेकार सामग्रियों का उपयोग करते से प्रतिमा गिर गई. पुलिस ने आगे कहा कि लोहे में जंग लगने की वजह से ही प्रतिमा कमजोर पड़ गई और इस मामले की जांच की जा रही है.
क्या बोला चेतन पाटिल
कोर्ट में अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर चेतन पाटिल ने सफाई दी है. उसने कहा कि उसे सलाहकार के तौर पर नियुक्त नहीं किया गया था. इस स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता. अगर नियुक्ति ही नहीं हुई तो उसे रिपोर्ट तैयार करने की जरूरत भी नहीं थी. उसने कहा बिना ठेकेदार की अनुमति के कोई भी स्ट्रक्चर कंसल्टेंट रिपोर्ट तैयार नहीं कर सकता है.
पीएम मोदी ने किया था अनावरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर, 2023 को शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया था. इस कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग शामिल हुए थे. वहीं प्रतिमा 26 अगस्त को धराशायी हो गई. इस मामले में पाटिल के साथ शिल्पकार जयदीप आप्टे को भी गिरफ्तार किया गया था.