'पाकिस्तान से आई है या यहां की IAS अधिकारी...', BJP MLC के बयान से मचा सियासी भूचाल; कौन हैं फौजिया तरन्नुम?

कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में बीजेपी एमएलसी एन. रविकुमार ने जिले की डीसी फौज़िया तरन्नुम पर विवादास्पद टिप्पणी करते हुए उन्हें 'पाकिस्तान से आई हुई' कहा, जिससे बड़ा राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया. कांग्रेस नेताओं और आईएएस संघ ने रविकुमार से बिना शर्त माफी की मांग की है. पुलिस ने उनके खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने और लोकसेवक को अपमानित करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है. आइए, जानते हैं कि IAS फौजिया तरन्नुम कौन हैं...;

By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 27 May 2025 12:09 AM IST

BJP MLC Ravi Kumar Statement on IAS Fouzia Tarannum: कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में एक राजनीतिक विवाद उस समय भड़क उठा, जब भाजपा विधान परिषद सदस्य (MLC) एन. रविकुमार ने जिले की डिप्टी कमिश्नर (DC) फौज़िया तरन्नुम के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की. 24 मई को भाजपा द्वारा आयोजित 'कलबुर्गी चलो' अभियान के तहत एक विरोध प्रदर्शन के दौरान, रविकुमार ने कहा, "मुझे नहीं पता कि कलबुर्गी की डीसी पाकिस्तान से आई हैं या यहां की आईएएस अधिकारी हैं. आपकी तालियों को देखकर ऐसा लग रहा है कि डीसी वाकई पाकिस्तान से आई है."

बता दें कि कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायण स्वामी के साथ कथित दुर्व्यवहार के खिलाफ डीसी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान रविकुमार ने यह बयान दिया. नारायणस्वामी को 21 मई को कांग्रेस समर्थकों ने कथित तौर पर एक सरकारी गेस्ट हाउस में बंधक बना लिया था. हालांकि, रविकुमार के बयान के बाद राज्य में सियासी भूचाल आ गया.

रविकुमार के खिलाफ मामला दर्ज

कांग्रेस नेता और मंत्री प्रियंक खड़गे ने इसे 'गंभीर और अस्वीकार्य' बताया, जबकि आईएएस अधिकारियों के संघ ने रविकुमार से बिना शर्त माफी की मांग की. इस मामले में कलबुर्गी पुलिस ने एन. रविकुमार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें सार्वजनिक सेवक को धमकी देना और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना शामिल है.

यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब भाजपा नेता विजय शाह द्वारा एक महिला सैन्य अधिकारी के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर पहले से ही पार्टी आलोचनाओं का सामना कर रही है. इस घटनाक्रम ने कर्नाटक की राजनीति में प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति सम्मान और राजनीतिक बयानबाजी की सीमाओं पर नई बहस छेड़ दी है.

कौन हैं फौजिया तरन्नुम?

  • फौज़िया तरन्नुम एक वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं, जो कलबुर्गी जिले की उपायुक्त (Deputy Commissioner) और जिला मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने अपनी शिक्षा क्राइस्ट कॉलेज, बेंगलुरु से प्राप्त की.
  • फौजिया तरन्नुम ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में बिजनेस एनालिस्ट के रूप में कार्य किया, लेकिन 2010 में UPSC की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ दी.
  • 2011 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 307 प्राप्त कर भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में चयनित हुईं. हालांकि, उनका लक्ष्य IAS बनना था, इसलिए उन्होंने 2014 में फिर से प्रयास किया और ऑल इंडिया रैंक 31 के साथ IAS में चयनित हुईं.
  • फौजिया तरन्नुम को उनके उत्कृष्ट प्रशासनिक कार्यों के लिए 'इंडियन एक्सप्रेस एक्सीलेंस इन गवर्नेंस अवार्ड' से सम्मानित किया गया है.

रविकुमार ने अपने बयान पर मांगी माफी

बता दें कि रविकुमार ने अपने बयान पर प्रेस रिलीज कर माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि उन्हें डीसी की ईमानदारी या योग्यता पर कोई संदेह नहीं है. यह टिप्पणी अनजाने में की गई. इसके बावजूद स्टेशन बाजार पुलिस स्टेशन में बीजेपी एमएलसी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

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