IRS कपिल राज, वो नाम जो केजरीवाल और हेमंत सोरेन पर पड़ा भारी, जानें शांत शिकारी की पूरी डायरी

भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के अधिकारी कपिल राज वो नाम है जो अब राजनीतिक भ्रष्टाचार के बड़े चेहरों के लिए खौफ का पर्याय बन चुके हैं. देश के दो राज्यों के सीएम को भ्रष्टाचार के मामले में जेल तक पहुंचाया, लेकिन अचानक नौकरी से इस्तीफा देने के कारण वह सुर्खियों में हैं. जानिए कौन हैं कपिल राज, जिनकी अगुवाई में केजरीवाल और हेमंत सोरेन जैसे मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी हुई.;

Curated By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 19 July 2025 1:21 PM IST

भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) 2009 बैच के अधिकारी कपिल राज ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.  उन्होंने आईआरएस अफसर के रूप में 16 साल तक केंद्र सरकार को अपनी सेवाएं दी. कपिल राज अभी 15 साल तक अपनी सेवाएं दे सकते थे, लेकिन उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप कर सबको चौंका दिया. कपिल राज ने अपने सेवाकाल में 2 सीएम को जेल भेजा. उन्होंने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में न केवल कानून के दायरे में लाया बल्कि तिहाड़ जेल में भी रहने के लिए मजबूर किया.

जब उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया तो मीडिया की नजरें कोर्ट, AAP नेताओं और प्रवक्ताओं पर टिकी थीं, लेकिन परदे के पीछे एक 'साइलेंट ऑपरेटर' अपनी फाइलों और सबूतों के साथ काम कर रहा था. वो साइलेंट किलर था IRS अधिकारी कपिल राज. इसलिए, यह जानना जरूरी है कि कौन है ये अफसर? क्या है इसका बैकग्राउंड?

आईआरएस ने क्यों दिया इस्तीफा?

पूर्व आईआरएस अधिकारी ने सेवा से अपने इस्तीफे के लिए व्यक्तिगत कारणों को जिम्मेदार ठहराया. दरअसल, रिटायरमेंट की उम्र 60 साल होती है और अभी उन्हें सेवा में लगभग 15 साल बचे थे. लेकिन, 15 साल बचे होने के बाद भी उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देकर पद से इस्तीफा दे दिया.

कौन हैं कपिल राज?

कपिल राज 2009 बैच के IRS (Indian Revenue Service) अधिकारी हैं. उनका चयन  संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के जरिए हुआ. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया.

कपिल राज अपने पद से इस्तीफा देते समय ED (Enforcement Directorate) में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर काम चुके हैं. वे उन चुनिंदा अधिकारियों में हैं जिन्हें हाई-प्रोफाइल मामलों की जिम्मेदारी सौंपी जाती है.

कपिल राज ने लगभग 8 वर्षों तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में सेवा की. हाल ही में इस्तीफा देने से पहले वो दिल्ली में जीएसटी इंटेलिजेंस विंग में अतिरिक्त आयुक्त (Additional Commissioner) के पद पर तैनात थे. कपिल राज उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं. उन्होंने बीटेक (इलेक्ट्रॉनिक्स) किया हुआ है.

केजरीवाल से सोरेन तक का सफर

दिल्ली शराब नीति घोटाले में कपिल राज ने ईडी की टीम का नेतृत्व किया. दस्तावेज, ईमेल, व्हाट्सएप चैट, हवाला ट्रांजेक्शन जैसे अहम सबूत इकट्ठा करने में उन्होंने अहम अहम भूमिका निभाई. हेमंत सोरेन के मामले में फर्जी लैंड डीलिंग और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कपिल राज की टीम ने की. ED की चार्जशीट में उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन खरीदी गई और मनी ट्रेल कैसे हेमंत सोरेन तक पहुंचा. उनका नाम पश्चिम बंगाल कोयला तस्करी घोटाला और यस बैंक धोखाधड़ी जैसे अन्य प्रमुख मामलों से भी जुड़ा है, जिनमें हाई-प्रोफाइल लोग शामिल हैं.

क्यों लोकप्रिय हैं कपिल राज?

कपिल राज सिर्फ "पावरफुल" के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते बल्कि पुख्ता सबूत, लॉजिक और सिस्टमैटिक अप्रोच पर भरोसा रखते हैं. उनके मामले में अभी तक कोई लीक या जांच लापरवाही का मामला नहीं सामने आया. रिपोर्ट्स के मुताबिक वे बेहद कम बोलने वाले और रिजर्व नेचर के अफसर हैं, इसलिए कई लोग उन्हें 'खामोश शिकारी' कहते हैं.

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने जांच को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया, लेकिन ED की केस डायरी में सबूतों की मजबूती ने कपिल राज की जांच को सही ठहराया. इसी तरह हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के समय राजनीतिक तूफान उठा, पर चार्जशीट और रिकवरी ने जांच की गंभीरता को साबित किया.

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