ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान की किराना हिल्स पर भी हमला! भारत को लेकर सैटेलाइट इमेजरी एक्सपर्ट ने क्यों किया ये दावा?
Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान से पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया और आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया था. अब सैटेलाइट इमेजरी एक्सपर्ट डेमियन साइमन ने कुछ फोटो शेयर कर दावा किया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान की किराना हिल्स पर भी हमला किया था.;
Operation Sindoor: कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को 2025 को आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया. इस दौरान 26 निर्दोष लोगों को उनका धर्म के आधार पर मार दिया गया. इसके बाद भारत ने बदला लेते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक की. अब उपग्रह इमेजरी विशेषज्ञ डेमियन साइमन ने इस हमले की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं.
डेमियन साइमन ने जो फोटो शेयर की उसमें दावा किया गया कि भारत ने हमले में पाकिस्तान के सरगोडा जिले में स्थित किराना हिल्स को आक्रमण निशाने पर लिया था. यह एक ऐसा इलाका जो कथित रूप से पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार से जुड़ा हुआ है. यह तब सामने आया है.
किराना हील्स की तस्वीरें
डेमियन साइमन ने एक्स प्लेटफॉर्म में किराना हिल्स की फोटो शेयर की हैं. यह पहाड़ी सुरक्षात्मक ढांचे तथा मशुफ एयरबेस के साथ सामरिक निकटता के कारण है. उपग्रह फोटो में मिसाइल के निशान की रिफ्लेक्ट क्षति नजर आती है.
सेना का बयान
भारतीय वायुसेना प्रमुख, एयर मार्शल ए.के. भारती ने प्रेस कांफ्रेंस में स्पष्ट किया कि हमने किराना हिल्स को नहीं मारा और कहा कि उन्हें वहां किसी भी परमाणु प्रतिष्ठान की जानकारी नहीं थी. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने सरगोडा के मशुफ और रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर निशाना साधा था, लेकिन सीधे परमाणु केंद्रों को टार्गेट नहीं किया गया था.
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी स्पष्ट किया है कि किसी भी पाकिस्तान स्थित परमाणु स्थल से किसी प्रकार का रेडिएशन रिसाव नहीं हुआ है और भारत की किसी परमाणु संबंधित क्षति की रिपोर्ट असत्य है. IAEA ने कहा कि ये व्यापक चर्चाएं सोशल मीडिया और विदेशी मीडिया फैला रहे हैं, लेकिन उनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.
दावे में कितनी सच्चाई?
साइमन के दावे वाली सैटेलाइट इमेज में सरगोधा एयरबेस पर मरम्मत किए गए रनवे भी दिखाई दे रहे हैं, जो मई में भारतीय हमलों के दौरान हुए नुकसान के दावे किए जा रहे हैं. मरम्मत से पता चलता है कि एयरबेस को एक उच्च प्राथमिकता वाली रणनीतिक संपत्ति माना जाता था. अगर ये खुलासे सही साबित होते हैं, तो दोनों परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच तनाव बढ़ सकता है. हालांकि भारत ने इन दावों को खारिज किया है. फिलहाल ये जांच का विषय है उसके बाद ही कुछ साफ कहा जा सकता है.