मैं हिंदुस्तान के लिए, अगर भारत मर गया, तो कौन बचेगा? कांग्रेस से वफादारी के सवाल पर ये क्या बोले शशि थरूर Video
शशि थरूर का एक बयान इन दिनों वायरल हो रहा है, जिसमें वे कहते हैं 'मैं हिंदुस्तान के लिए हूं खड़ा हूं, अगर भारत ही मर गया, तो कौन बचेगा? यह बयान कांग्रेस के प्रति वफादारी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में आया. उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिक निष्ठा देश के प्रति है, पार्टी के नहीं. वीडियो में थरूर भावुक लहजे में राष्ट्रहित को सर्वोपरि बताते नजर आते हैं, जिससे सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है.

कांग्रेस के नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने शनिवार को एक छात्र के सवाल का जवाब देते हुए पार्टी लाइन से अलग बयान दिया. केरल के कोच्चि में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान थरूर ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर किसी भी पार्टी से ऊपर देश होना चाहिए. हाल ही में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और सेना की कार्रवाई की प्रशंसा की थी, जिस पर पार्टी नेतृत्व ने नाराजगी जताई थी.
थरूर ने मंच से साफ कहा कि पार्टी की नीतियों और मूल्यों का सम्मान करते हुए भी ऐसे मुद्दों पर देशहित को प्राथमिकता देना जरूरी है. उन्होंने कहा कि वे अपनी पार्टी से जुड़े हैं लेकिन जब बात देश की हो, तो किसी भी राजनीतिक सोच से ऊपर उठना पड़ता है.
'राष्ट्र सबसे पहले, पार्टी बाद में'
कोच्चि में एक कार्यक्रम के दौरान एक छात्र ने थरूर से पूछा कि क्या उनके और पार्टी नेतृत्व के बीच किसी तरह की तनातनी है? इसके जवाब में थरूर ने कहा कि जब हम कहते हैं कि हम अपनी पार्टी का सम्मान करते हैं, तो इसका मतलब है कि हमारे पास कुछ मूल्य और विश्वास हैं जो हमें पार्टी में बनाए रखते हैं। लेकिन हमें राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में दूसरी पार्टियों से भी सहयोग करना चाहिए.
कांग्रेस को दी "नाराजगी" की नसीहत
थरूर ने कांग्रेस को इशारों में जवाब देते हुए कहा कि कुछ पार्टियां इसे अनुशासनहीनता समझती हैं, लेकिन उनके लिए देश सर्वोपरि है. कभी-कभी पार्टियां इसे अपनी निष्ठा के खिलाफ मानती हैं. लेकिन मेरी दृष्टि में राष्ट्र पहले आता है. पार्टियां केवल राष्ट्र को बेहतर बनाने का माध्यम हैं. हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर और सेना की कार्रवाई की सराहना करने के बाद थरूर को कांग्रेस नेतृत्व से आलोचना का सामना करना पड़ा था. उन्होंने इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट की.
बहुत से लोगों ने मेरी आलोचना की क्योंकि मैंने हमारे सशस्त्र बलों और सरकार का समर्थन किया. मैं अपने रुख पर कायम रहूंगा क्योंकि मुझे लगता है कि यह देश के लिए सही है. जब मैं भारत की बात करता हूं, तो मैं सभी भारतीयों की बात करता हूं, न कि सिर्फ उन लोगों की जो मेरी पार्टी को पसंद करते हैं.
छात्र के सवाल पर साझा किया वीडियो
थरूर ने इस बातचीत का वीडियो X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया और लिखा कि आज कोच्चि में एक हाई स्कूल छात्र ने मुझसे यह सवाल पूछा। मैं आमतौर पर सार्वजनिक रूप से ऐसे राजनीतिक सवालों से बचता हूं, लेकिन एक छात्र को जवाब मिलना चाहिए. थरूर ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के एक प्रसिद्ध उद्धरण को दोहराते हुए कहा कि 'अगर भारत मर गया तो कौन जिएगा? उन्होंने सभी दलों और लोगों से अपील की कि जब देश खतरे में हो, तो मतभेदों को पीछे छोड़ देना चाहिए.