किसकी गोद में महाराष्ट्र सरकार? कौन है वो शख्स जिसने बहुमत मिलते ही फडणवीस को खुशी में उठाया

Mohit Kamboj Bharatiya: फडणवीस के करीबी और बीजेपी नेता मोहित कंबोज की संपत्ति 400 करोड़ रुपये से अधिक है. 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वो बीजेपी के सबसे अमीर उम्मीदवार थे. कंबोज 2013 में BJP में शामिल हुए थे.;

Mohit Kamboj Bharatiya
By :  सचिन सिंह
Updated On : 6 Dec 2024 7:00 AM IST

Mohit Kamboj Bharatiya: राजनीति और बिजनेस, दोनों ही क्षेत्रों में जब आपका दबदबा हो, तो आपका सत्ता और बाजार दोनों पर प्रभाव बना रहता है. महाराष्ट्र में एक ऐसा ही नाम आज सुर्खियों में है. भाजपा नेता और बिजनेस मैन मोहित कंबोज जब से महायुति की जीत के बाद महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस को गोद उठाकर झूम उठे तो उनके इस वीडियो ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया.

VIDEO ने ये साफ कर दिया कि मोहित कंबोज, देवेन्द्र फडणवीस के कितने करीबी हैं? उम्मीद की जा रही है कि जिस तरह से महाराष्ट्र की राजनीति से देश की राजनीति की ओर देवेन्द्र फडणवीस का कद बढ़ रहा है, मोहित कंबोज को भी इसका सीधा फायदा मिलेगा.

कौन हैं मोहित कंबोज?

उत्तर प्रदेश के रहने वाले मोहित कंबोज 2004 में मुंबई आए थे. 2005 में उन्होंने अपनी फर्म केबीजे ज्वैलर्स शुरू की. कंबोज ने रत्न और ज्वेलरी बिजनेस में अपने पिता बनवारीलाल कंबोज से शुरुआती शिक्षा ली थी, जिसके बाद उन्होंने खुद का बिजनेस शुरू किया था. वे 2012-19 तक भारतीय बुलियन और ज्वैलरी एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे.

BJP में कब शामिल हुए मोहित कंबोज?

कंबोज 2013 में BJP में शामिल हुए. 2014 के विधानसभा चुनावों में उन्हें ढिंडोशी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया, लेकिन वे शिवसेना के सुनील प्रभु से हार गए. हालांकि, उनकी उम्मीदवारी चर्चा का विषय बन गई क्योंकि बीजेपी ने कई दिग्गज पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच उन्हें चुना. इसके अलावा वो महाराष्ट्र के सबसे अमीर उम्मीदवार थे.

कंबोज के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, कंबोज के पास 253.53 करोड़ रुपये की संपत्ति थी. चुनावी हार के बावजूद कंबोज पार्टी में प्रभावशाली बने रहे. वे 2019 के लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों के लिए अभियान की रणनीति बनाने में एक महत्वपूर्ण और सक्रिय खिलाड़ी थे.

मोहित कंबोज के खिलाफ क्या मामला है?

मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने कंबोज के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. इंडियन ओवरसीज बैंक के मैनेजर की शिकायत के बाद FIR दर्ज की गई है. मैनेजर ने आरोप लगाया है कि कंबोज 52 करोड़ रुपये का लोन लेने वाली एक फर्म के तीन निदेशकों में से एक थे. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता ने इसका इस्तेमाल बताए गए उद्देश्य के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए भी किया. कंबोज और अन्य दो निदेशकों के खिलाफ IPC की धारा 409 और 420 के तहत आरोप दर्ज किए गए हैं.

कंबोज को लेकर राजनीतिक विवाद

2019 के लोकसभा चुनावों से पहले जब भाजपा ने राष्ट्रवाद को अपना मुख्य मुद्दा बनाया तो कंबोज ने अपने नाम के साथ भारतीय शब्द जोड़कर हलचल मचा दी. इसके बाद उन्होंने मुंबई भर में बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर लगाकर इसका प्रचार किया.

कुछ समय तक चुप रहने के बाद कंबोज फिर से सामने आए जब एनसीपी मंत्री नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि वह आर्यन खान के खिलाफ कथित साजिश में मास्टरमाइंड में से एक थे, जिन्हें ड्रग मामले में गिरफ्तार किया गया था.

शुरू में राज्य भाजपा ने खुद को अलग करने की कोशिश की, लेकिन फिर कंबोज पार्टी की ओर से एनसीपी पर हमला करने वाली एक शक्तिशाली आवाज बन गए और उन्होंने मलिक के खिलाफ उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने के लिए 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया.

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