IAS अधिकारी का मोबाइल नंबर हुआ हैक, बनाए गए दो धार्मिक WhatsApp ग्रुप, मचा बवाल
केरल से एक खबर आ रही है, जहां एक IAS अधिकारी के नाम से बने धार्मिक WhatsApp ग्रुप को लेकर बेहद ही तगड़ा बवाल मच गया है. इन ग्रुपों में कई अधिकारियों को जोड़ा गया, जिससे विवाद खड़ा हो गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.;
केरल में एक नई विवादित घटना सामने आई है, जहां एक IAS अधिकारी के नाम से बने धार्मिक WhatsApp ग्रुप को लेकर हंगामा हो रहा है. IAS अधिकारी गोपालकृष्णन ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनका मोबाइल नंबर हैक किया गया, जिसके बाद उनके नंबर से 'Mallu Hindu Officers' और 'Mallu Muslim Officers' नाम से दो WhatsApp ग्रुप बनाए गए. इन ग्रुपों में कई अधिकारियों को जोड़ा गया, जिससे विवाद खड़ा हो गया है.
गोपालकृष्णन ने बताया कि उन्हें इन ग्रुपों के बारे में एक दोस्त के माध्यम से पता चला, और यह भी कहा कि उनकी अनुमति के बिना उनके संपर्कों को उन ग्रुपों में जोड़ा गया. अधिकारियों का कहना है कि आमतौर पर सीनियर और जूनियर कैटेगरी में ग्रुप बनाए जाते हैं, लेकिन इस तरह के धार्मिक समूह बनाना धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के खिलाफ है.
पुलिस कर रही जांच
हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद अगले ही दिन ये ग्रुप हटा दिए गए, लेकिन मामला अब भी शांत नहीं हुआ है. पुलिस ने गोपालकृष्णन की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है.
IAS अधिकारी शैलबाला मार्टिन बनी चर्चे में
इससे पहले IAS अधिकारी शैलबाला मार्टिन ने मंदिरों पर बजने वाले लाउडस्पीकर को लेकर एक पोस्ट किया था जिसे लेकर एक विवाद खड़ा हो गया था. शैलबाला मध्य प्रदेश कैडर की 2009 बैच की IAS अधिकारी हैं. अधिकारी ने मंदिरों और मस्जिदों दोनों के लाउडस्पीकरों के उपयोग पर सवाल उठाए, जिसके बाद से वह खूब चर्चे में हैं.
शैलबाला मार्टिन ने X पर ट्वीट कर लिखा- 'मंदिरों पर लगे लाउडस्पीकर कई गलियों दूर तक स्पीकर्स के जरिए ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि ये स्पीकर्स आधी-आधी रात तक बजते हैं, उनसे किसी को डिस्टरबेंस नहीं होता. उन्होंने यह पोस्ट एक दूसरी पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखी थी, जिसके बाद हिंदूवादी संगठन संस्कृति बचाव मंच ने इसपर नाराजगी जताई'.