घरों पर पथराव, दुकानों में तोड़फोड़ और वाहनों में आग... महाराष्ट्र के परभणी में क्यों मचा है बवाल?
Parbhani Violence: महाराष्ट्र के परभणी में अचानक हिंसा भड़क गई. घरों पर पथराव किया गया, दुकानों में तोड़फोड़ की गई है और वाहनों में आग लगा दी गई. पथराव में कुछ लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आखिर परभणी में अचानक पथराव और आगजनी की घटनाएं क्यों होने लगीं, आइए जानते हैं...;
Parbhani Violence: महाराष्ट्र के परभणी में आज बंद के दौरान हिंसा और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं. दंगाइयों ने पुलिस के साथ झड़प की. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दंगा नियंत्रण पुलिस और एसआरपीएफ (राज्य रिजर्व पुलिस बल) को तैनात किया गया है. आगजनी और तोड़फोड़ की कई घटनाएं सामने आई हैं. कई इलाकों में वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया है.
आरोप है कि मंगलवार को एक अज्ञात व्यक्ति ने परभणी रेलवे स्टेशन के बाहर बी आर अंबेडकर की प्रतिमा के पास रखी संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिसके बाद आगजनी और पथराव हुआ. इस दौरान पुलिस की गश्ती वैन की आवाज सुनकर दंगाई भागते हुए दिखाई दिए. वे लाठी-डंडों से लैस नजर आए. उन्होंने कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया, दुकानों में तोड़फोड़ की और घरों पर पथराव किया.
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पथराव में कई लोग हुए घायल
पुलिस के मुताबिक, पथराव में कुछ लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया. एसपी ने आश्वासन दिया है कि हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
प्रकाश आंबेडकर ने क्या कहा?
वीबीए के संस्थापक प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि परभणी में जातिवादी मराठा उपद्रवियों द्वारा बाबासाहेब की प्रतिमा पर भारतीय संविधान को फाड़ना शर्मनाक है. यह पहली बार नहीं है, जब बाबासाहेब की प्रतिमा या दलित पहचान के प्रतीक के साथ इस तरह की बर्बरता हुई है.
उपद्रवियों को गिरफ्तार न करने पर भुगतने होंगे गंभीर परिणाम
प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि परभणी जिले के वीबीए कार्यकर्ता सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे. उनके विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और उपद्रवियों में से एक को गिरफ्तार किया. उन्होंने कहा कि मैं सभी से कानून और व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध करता हूं. अगर अगले 24 घंटों के भीतर सभी उपद्रवियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.