प्राइवेट पार्ट पर मारा, शरीर पर नाखून के निशान; बेड गीला करने पर ढाई साल की बच्ची से क्रूरता
केरेला में ढाई साल की बच्ची के साथ चाइल्ड केयर सेंटर में केयरटेकर्स द्वारा क्रूर व्यवहार किया गया. बताया गया कि चाइल्ड केयर के कर्मचारियों ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स को चोट पहुंचाया. ऐसा इसलिए क्योंकी उसने बेड गीला कर दिया था. लेकिन इसकी जानकारी अधिकारियों को नहीं दी थी. सजा के रूप में उन्होंने बच्ची को ऐसी सजा दी.;
केरला में एक सरकारी चाइल्ड वेल्फेयर काउंसिल से तीन महिला कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोप है की तीनों महिलाओं ने ढाई साल की बच्ची पर बरबर्ता दिखाई और उसके प्राइवेट पार्ट को चोट पहुंचाई. मामला सामने आने के बाद पुलिस भी इस घटना से हैरान है. ऐसा इसलिए क्योंकी कर्मचारियों ने ऐसा इसलिए किया क्योंकी बच्ची ने सोते समय बेड गीला कर दिया था. लेकिन इसकी जानकारी कर्मचारियों को नहीं दी थी.
जानकारी के अनुसार कर्मचारियों ने बच्ची को सजा के रूप में उसके प्राइवेट पार्ट्स को चोट पहुंचाई. मामला पुलिस के पास पहुंचा जिसके बाद बच्ची का मेडिकल टेस्ट करवाया गया बताया गया कि इस दौरान बच्ची के शरीर पर नाखूनों के निशान दिखाई दिए.
आरोपियों की हुई पहचान
वहीं घटना सामने आने के बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई. वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संबंधित लोगों से पछताछ की. इस दौरान अधिकारियों को केयरटेकर्स के ऊपर शक हुआ. पूछताछ के दौरान सच्चाई सामने आई और तीनों केयरटेकर्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस आरोप में तीन महिलाएं शामिल है. जिसमें अजीता, माहेश्वरी और सिंधु के रूप में उनकी पहचान हुई है.
तीनों पर लगा POCSO एक्ट
इस आरोप में तीनों महिलाओं पर POCSO एक्ट और किशोर न्याय (JJ) अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं. तीनों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. पुलिस को शक है कि जिस दिन इन चोटों का खुलासा हुआ ये घटना उससे भी एक हफ्ते पुरानी है. लेकिन बच्ची के साथ हुई इस प्रताड़ना ने सभी को हैरान कर डाला है. वहीं CWC के जनरेल सेक्रेटरी का बयान भी सामने आया है उनका कहना है कि इस घटना के बाद संबंधित अधिकारियों को निकाल दिया गया है.
कहां है बच्ची के माता-पिता?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बच्ची के मां की हाल ही में मौत हो गई थी. जिसके बाद पिता ने भी आत्महत्या की थी. लेकिन इस दौरान उनके पीछे पांच साल की छोटी बच्ची को चाइल्ड केयर सेंटर में रखा गया था. जानकारी के अनुसार अभी 10 दिन पहले ही बच्ची को CWC के हवाले सौंपा गया था. वहीं CWC अधिकारियों का कहना है कि यहां नाबालिग को रखा जाता है. ऐसे में यहां ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए इसलिए इस मामले में जांच की जा रही है.