Rahul Gandhi पर FIR दर्ज, अमेरिका में दिए भाषण से जुड़ा है मामला
राहुल गांधी ने सवाल किया था कि क्या सिखों को भारत में पगड़ी या 'कड़ा' पहनने और गुरुद्वारों में जाने की अनुमति होगी? इसे लेकर राहुल गांधी पर छत्तीसगढ़ में अब तक तीन मामले दर्ज किए जा चुके हैं. इन पर सिख परंपराओं का अनादर करने का आरोप लगा है.;
Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ छत्तीसगढ़ में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं. नेता प्रतिपक्ष पर आरोप है कि उन्होंने हाल ही में अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली टिप्पणी की थी. भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी पर सिख परंपराओं का अनादर करने का आरोप लगाते हुए ये शिकायतें दर्ज कराई हैं.
राहुल गांधी पर इससे पहले दो मामले गुरुवार को रायपुर और बिलासपुर जिलों के सिविल लाइंस पुलिस थानों में दर्ज किए गए, जबकि तीसरी एफआईआर शुक्रवार को दुर्ग के कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज की गई. गांधी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 (धार्मिक मान्यताओं का जानबूझकर अपमान) और 302 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
अमेरिका में भाषण पर भारत में बवाल
राहुल गांधी पर ये मामला 9 सितंबर को वर्जीनिया के हर्नडन में एक संबोधन के दौरान गांधी की टिप्पणियों के कारण दर्ज की गई है. वहां उन्होंने सवाल किया था कि क्या सिखों को भारत में पगड़ी या 'कड़ा' पहनने और गुरुद्वारों में जाने की अनुमति होगी? रायपुर में शिकायत दर्ज कराने वाले भाजपा प्रवक्ता अमरजीत सिंह छाबड़ा ने दावा किया कि गांधी की टिप्पणियों से सिख समुदाय को ठेस पहुंची है और इससे धार्मिक समूहों के बीच तनाव भड़क सकता है.
छाबड़ा ने कहा, 'भारत और विश्व में कहीं भी सिखों को अपनी परंपराओं का पालन करने से प्रतिबंधित नहीं किया गया है. यहां तक कि प्रधानमंत्री भी गुरुद्वारों में जाते समय पगड़ी पहनते हैं. राहुल गांधी के बयान आपत्तिजनक हैं और इससे दुश्मनी पैदा हो सकती है.' दुर्ग और सरगुजा सहित अन्य जिलों के भाजपा नेताओं ने भी इसी तरह की शिकायतें दर्ज कराई हैं और विवाद बढ़ने पर और भी मामले दर्ज हो सकते हैं.
दुर्ग कोतवाली पुलिस स्टेशन में शिकायत भाजपा की दुर्ग जिला इकाई के प्रमुख जितेंद्र वर्मा ने दर्ज कराई थी और दुर्ग, सरगुजा और अन्य जिलों के अन्य पुलिस स्टेशनों में भाजपा नेताओं ने इसी तरह की शिकायतें दर्ज कराई हैं. राहुल गांधी ने 9 सितंबर को वाशिंगटन डीसी के वर्जीनिया उपनगर हर्नडन में सैकड़ों भारतीय अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए यह विवादास्पद टिप्पणी की थी.