FASTag का नया अवतार: अब टोल के साथ बीमा, चालान और पार्किंग का भी भुगतान संभव!
सरकार FASTag को अब केवल टोल भुगतान तक सीमित न रखकर एक मल्टी-फंक्शनल डिजिटल प्लेटफॉर्म में बदलने की तैयारी कर रही है. जल्द ही इससे बीमा प्रीमियम, ट्रैफिक चालान, पार्किंग फीस और ईवी चार्जिंग का भी भुगतान संभव होगा. दिल्ली में आयोजित एक वर्कशॉप में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस दिशा में फिनटेक कंपनियों के साथ साझेदारी की बात कही.;
FASTag new features 2025: भारत में डिजिटल ट्रांसपोर्टेशन को एक नई दिशा देने की तैयारी जोरों पर है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने अब FASTag को सिर्फ टोल भुगतान तक सीमित न रखकर इसे एक मल्टी-फंक्शनल डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. आने वाले समय में आप FASTag से न केवल टोल टैक्स, बल्कि बीमा प्रीमियम, ट्रैफिक चालान, पार्किंग फीस और ईवी चार्जिंग जैसे कई सेवाओं का भी भुगतान कर सकेंगे.
क्या है प्लान?
दिल्ली में आयोजित एक वर्कशॉप में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सरकार फिनटेक कंपनियों और वित्त मंत्रालय के सहयोग से FASTag की उपयोगिता को बढ़ाकर इसे एक स्मार्ट और कुशल यात्रा प्लेटफॉर्म में तब्दील करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है. गडकरी ने कहा, “FASTag का इस्तेमाल केवल टोल वसूली के लिए नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे देशभर में डिजिटल यात्रा अनुभव के लिए मजबूत आधार बनाना चाहिए.”
अब तक FASTag की स्थिति
- 11 करोड़ से ज्यादा FASTag देशभर में 38 बैंकों द्वारा जारी किए गए हैं।
- 98.5% टोल कलेक्शन अब FASTag के ज़रिए हो रहा है।
- 1,728 टोल प्लाज़ा पर FASTag सिस्टम चालू है, जिसमें 1,113 नेशनल और 615 स्टेट हाइवे शामिल हैं।
क्या नया होगा?
सड़क परिवहन सचिव वी. उमाशंकर ने कहा कि अब 'One Vehicle, One Tag' के नियम को लागू किया जा रहा है. इसी के तहत FASTag को ईंधन, बीमा प्रीमियम और चालान भुगतान जैसी सेवाओं से जोड़ा जाएगा. बीमा कंपनियों को FASTag के ज़रिए बीमा कवरेज बढ़ाने की अनुमति दी जा सकती है.
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15 अगस्त से सालाना पास
सरकार ने हाल ही में एक FASTag आधारित सालाना पास भी लॉन्च किया है, जिसकी कीमत ₹3,000 है और जो 15 अगस्त 2025 से लागू होगा. यह सुविधा विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए है जो अक्सर हाईवे का इस्तेमाल करते हैं.
फिनटेक की भूमिका
Indian Highways Management Company Limited (IHMCL) द्वारा आयोजित वर्कशॉप में कई फिनटेक कंपनियों ने भाग लिया. यहां FASTag को टोल के अलावा अन्य उपयोगों में शामिल करने पर चर्चा हुई, जैसे- ग्राहक शिकायत निवारण तंत्र, साइबर सुरक्षा और नॉन-टोल एप्लिकेशन. NHAI चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने इस अवसर को 'FASTag के विकास के अगले चरण को डिज़ाइन करने का एक महत्वपूर्ण कदम' बताया.
सरकार सहयोगी, फिनटेक इनोवेटर
सचिव उमाशंकर ने कहा, “सरकार एक facilitator की भूमिका निभाएगी और फिनटेक सेक्टर से इनोवेशन की उम्मीद की जाएगी. हमारा लक्ष्य है- कैशलेस, सुविधाजनक, समय-कुशल और त्रुटि रहित सिस्टम बनाना.”
FASTag अब केवल टोल प्लाज़ा पर प्रयोग की जाने वाली डिवाइस नहीं रह गई है. यह आने वाले समय में भारत के हर वाहन चालक के लिए एक डिजिटल वॉलेट की तरह काम कर सकती है, जिससे यात्रा से जुड़ी हर सुविधा का भुगतान एक ही प्लेटफॉर्म से किया जा सकेगा.