घर बुलाया, फिर काटा और दो बैग में भरकर नाले में फेंकी लाश, कर्मचारी ने फिरौती के चलते मालिक के किए टुकड़े-टुकड़े
गुजरात में पुलिस को एक व्यापारी की लाश दो बैग में मिली है. जहां इस मामले में पुलिस ने बिजनेसमैन के रिक्शा ड्राइवर को पकड़ा है. फिरौत के चलते उसने शख्स को अपने घर बुलाकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी. इसका खुलासा सीसीटीवी फुटेज से हुआ है.;
चंद्रभान दुबे सूरत के सलाबतपुरा इलाके में 'दुबे सिक्योरिटी सर्विसेज' चलाते थे. 18 महीने पहले उन्होंने बिहार के राशिद अंसारी को रिक्शा चालक के तौर पर काम पर रखा था. अब पुलिस को चंद्रभान का शव दो बैगों में भरा हुआ मिला. इस हत्या में राशिद का नाम सामने आया है. पुलिस का कहना है कि राशिद ने 1 करोड़ रुपये की फिरौती के लिए दुबे का अपहरण किया और उसकी हत्या कर दी.
12 मई की शाम छह बजे दुबे अपने ऑफिस से अंसारी की ऑटो में निकल. पहले वे पांडेसरा सीईटीपी प्लांट और फिर आभवा के एक स्कूल गए, जहां गार्ड्स को पैसे दिए, लेकिन उस रात दुबे घर नहीं लौटे. परिवार ने अंसारी से पूछा, तो उसने कहा कि दुबे को स्टेडियम के पास छोड़ दिया था और वे एक सफेद कार में चले गए. दरअसल राशिद ने चंद्रभान को अपने घर ले जाकर उसकी हत्या कर दी थी.
दो बैग में भरी लाश
12 मई को अंसारी कथित तौर पर चंद्रभान को अपने घर ले गया, उसकी हत्या कर दी और बैगों को ठिकाने लगाने से पहले उसके शरीर को दो हिस्सों में काट दिया. इसके बाद लाश को नाले में फेंक दिया. ऐसा उसने फिरौती के लिए किया था.
गुमशुदगी, फिरौती और पुलिस की जांच
13 मई की सुबह तक परिवार ने खुद तलाश की, फिर अलथान थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई. राशिद शक से बचने के लिए पुलिस और परिवार के साथ खोज में शामिल रहा. इसी बीच चंद्रभान के नंबर से परिवार को 1 करोड़ रुपये की फिरौती के कॉल और मैसेज भी आते रहे. दरअसल अभी तक उसे नहीं पता था कि पुलिस को लाश मिल गई है.
सीसीटीवी से खुला राज़
पुलिस ने 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले. फुटेज से पता चला कि चंद्रभान कार में नहीं बैठे, बल्कि अंसारी उन्हें अपने घर ले गया. चंद्रभान को उसके घर से बाहर आते नहीं देखा गया. अगले दिन अंसारी दो बैग लेकर घर से निकला, जिन्हें मोपेड पर लादकर मीठीखाड़ी नाले में फेंक दिया.
अपराध में दूसरे लोग भी शामिल
पुलिस ने अग्निशमन दल की मदद से नाले से दो बैग बरामद किए, जिनमें दुबे के कटे हुए शव के टुकड़े थे. परिवार ने उनकी पहचान की. जांच में सामने आया कि अंसारी के साथ अन्य लोग भी इस अपराध में शामिल थे, क्योंकि 16 मई की शाम को एक और व्यक्ति को रिक्शा से उतरते देखा गया था.