DGCA ने IndiGo के कतरे पर! 5 फीसदी उड़ानों पर लगाई रोक, 115 दैनिक फ्लाइट्स भी होंगी कम; FDTL नियमों और स्टाफ कमी से संकट गहराया

DGCA ने IndiGo पर सख्त कार्रवाई करते हुए उसकी दैनिक उड़ानों में 5% (लगभग 115 फ्लाइट) की तत्काल कटौती लागू की है. यह कदम तब उठाया गया जब नवंबर से शुरू हुए ऑपरेशनल संकट, नई FDTL नियमावली, बढ़ा हुआ विंटर शेड्यूल, पायलटों की कमी, तकनीकी समस्याएँ और एयर ट्रैफिक कंजेशन, दिसंबर तक सैकड़ों उड़ान रद्दीकरण का कारण बने. IndiGo पर सवाल उठ रहे हैं कि उसने क्रू उपलब्धता की उचित तैयारी किए बिना उड़ानें 6% कैसे बढ़ाईं. अब DGCA आगे और 5% कटौती पर भी विचार कर रहा है.;

( Image Source:  Sora_ AI )
By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 9 Dec 2025 11:23 AM IST

IndiGo flight cuts, DGCA action: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo पर बढ़ते ऑपरेशनल संकट के बीच नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सख्त कदम उठाते हुए उसकी उड़ानों में 5% की कटौती का आदेश दिया है. यह कटौती लगभग 2,300 दैनिक उड़ानों में से 115 फ्लाइट कम करने के बराबर है.

सूत्रों के अनुसार DGCA ने एयरलाइन को इस फैसले की सूचना दे दी है और अब यह तय किया जा रहा है कि किन रूटों पर कटौती की जाए ताकि कनेक्टिविटी पर न्यूनतम असर पड़े. आने वाले दिनों में अगर IndiGo की दैनिक ऑपरेशनल क्षमता और शेड्यूलिंग में सुधार नहीं होता, तो अतिरिक्त 5% कटौती भी लागू की जा सकती है.

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शेड्यूल बढ़ा, तैयारी नहीं- FDTL नियमों के बीच बढ़ा दबाव

IndiGo की वर्तमान स्थिति पर नजर डालें तो समस्याओं की जड़ नई Flight Duty Time Limitations (FDTL) हैं, जो 1 नवंबर 2025 से लागू हुईं. इन नए नियमों के कारण पायलटों की अतिरिक्त आवश्यकता पैदा हुई, लेकिन एयरलाइन इस बदलाव के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं कर सकी. इसके विपरीत, IndiGo ने खुद ही अपनी उड़ानों में बढ़ोतरी कर दी;

  • समर शेड्यूल: 14,158 साप्ताहिक घरेलू उड़ानें
  • विंटर शेड्यूल (26 अक्टूबर से): 6% बढ़कर 15,014 दैनिक घरेलू उड़ानें
  • यानी, पायलटों की उपलब्धता कम, लेकिन उड़ानें ज्यादा... और यह mismatch नवंबर में कम स्तर के cancellations से शुरू होकर दिसंबर के पहले हफ्ते में सैकड़ों उड़ानों के रद्द होने जैसी बड़ी समस्या में बदल गया...

अन्य एयरलाइनों की स्थिति

दूसरी एयरलाइनों में भी बदलाव देखने को मिला:

  • Air India-Vistara Group: साप्ताहिक घरेलू उड़ानें 7,685 से घटकर 3% कम होकर 7,448
  • Akasa Air: 1,089 से 5.7% घटकर 1,027
  • SpiceJet: 1,240 से बढ़कर 26% की वृद्धि के साथ 1,568 उड़ानें

IndiGo को flight बढ़ाने की अनुमति देने पर अब एयरलाइंस संचालन प्राधिकरणों पर सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने नए FDTL नियमों के बीच पायलट क्षमता की जांच क्यों नहीं की. सरकार ने चेतावनी दी है कि एयरलाइन पर उदाहरणीय कार्रवाई की जाएगी.

IndiGo की सफाई - कई कारणों का संयुक्त प्रभाव

IndiGo ने इस उथल-पुथल भरी स्थिति को 'अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों का सम्मिलित प्रभाव' बताया है. एयरलाइन का कहना है कि disruption के पीछे कई वजहें एक साथ सामने आईं;

  • विमान में छोटी तकनीकी दिक्कतें
  • विंटर शेड्यूल की वजह से शेड्यूलिंग में बदलाव
  • खराब मौसम और एयर ट्रैफिक कंजेशन
  • FDTL Phase II के तहत crew rostering के बदले नियम

एयरलाइन का कहना है कि इन सभी कारणों ने मिलकर ऑपरेशंस पर असामान्य दबाव बनाया.

आगे क्या?

DGCA फिलहाल FDTL Phase II नियमों को IndiGo के A320 बेड़े पर 10 फरवरी 2026 तक के लिए होल्ड पर रख चुका है, ताकि एयरलाइन अपने ऑपरेशंस को स्थिर कर सके. हालांकि, नियामक और मंत्रालय दोनों ही आगे और कार्रवाई के संकेत दे रहे हैं.

देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन के लिए यह संकट सिर्फ ऑपरेशनल मुद्दा नहीं, बल्कि पूरे एविएशन सेक्टर के लिए एक चेतावनी है कि बढ़ते यात्री ट्रैफिक के बीच क्रू क्षमता और सुरक्षा मानकों के बीच संतुलन बेहद जरूरी है.

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