Jammu Kashmir में 10 साल बाद सरकार राज! सीएम बने Omar Abdullah, कांग्रेस का हाथ बाहर से साथ
उमर अब्दुल्ला के सीएम पद की शपथ लेने से पहले कांग्रेस ने बड़ा फैसला लिया है. पार्टी ने तय किया है कि वह उमर अब्दुल्ला सरकार में शामिल नहीं होगी. हालांकि बाहरी रूप से वह उनका समर्थन करेंगे. चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन किया था और साथ चुनाव लड़ा था. आज अब्दुल्ला के साथ आठ मंत्री (अधिकतम अनुमत) भी शपथ लेंगे.;
Omar Abdullah Oath Taking Ceremony: जम्मू और कश्मीर में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए. इस राजनीति की रेस में नेशनल कॉन्फ्रेंस को जीत मिली. बुधवार (16 अक्टूबर) को उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस इस समारोह में शामिल नहीं होगी.
उमर अब्दुल्ला के सीएम पद की शपथ लेने से पहले कांग्रेस ने बड़ा खेला कर दिया है. पार्टी ने तय किया है कि वह उमर अब्दुल्ला सरकार में शामिल नहीं होगी. हालांकि बाहरी रूप से वह उनका समर्थन करेंगे. चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन किया था और साथ चुनाव लड़ा था.
कांग्रेस की बड़ी घोषणा
मंगलवार को कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया था कि उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी शामिल होंगे. लेकिन कार्यक्रम से ठीक पहले सरकार में शामिल न होने का फैसला किया. इस कदम से कांग्रेस से सभी को हैरान कर दिया. आज अब्दुल्ला के साथ आठ मंत्री (अधिकतम अनुमत) भी शपथ लेंगे.
कांग्रेस अब्दुल्ला से क्यों है नाराज?
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने आने वाली सरकार में एक मंत्री पद की पेशकश को भी अस्वीकार कर दिया - इसके बजाय बाहर से समर्थन की पेशकश करेगी. बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव में दबदबा बनाया और राज्य की 90 निर्वाचित सीटों में से 42 पर जीत हासिल की. वहीं कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन असफल रही और उसे केवल 6 सीटें मिलीं. इससे पहले पार्टी को साल 2014 के चुनाव में उसे 12 सीटें मिली थीं.
सरकार में शामिल हो सकते हैं ये नेता
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला की सरकार में कई नेताओं के शामिल होने की खबर सामने आ रही है. इनमें सकीना इटू, सैफुल्लाह मीर, अब्दुल रहीम राथर, अली मोहम्मद सागर, सुरिंदर चौधरी, फारूक शाह, नजीर अहमद और अहमद मीर भी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं.
जीत पर बोले अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में जीतने के बाद बयान दिया. उन्होंने कहा कि "हमारे पास करने के लिए बहुत कुछ है. हमें लोगों को उम्मीद देनी है कि यह उनकी सरकार है. यहां अब उनकी बात सुनी जाएगी. उन्होंने कहा कि पिछले पांच-छह वर्षों से उनकी बात नहीं सुनी गई, और यह हमारी जिम्मेदारी होगी कि हम उनकी बात सुनें और उन पर कार्रवाई करें."