हम वही मना रहे हैं जो Coca-Cola ने हमें दिखाया? Santa, Red Color और Christmas का सच
आज का क्रिसमस और सांता क्लॉज़ की छवि असल में कोका-कोला की 1930s की ब्रांडिंग का नतीजा है. सांता का रेड सूट, क्रिसमस की जश्न-भरी फीलिंग, सब एक मार्केटिंग मास्टरप्लान था, जिसे हम आज तक फॉलो कर रहे हैं.;
क्रिसमस के टाइम पर एक चीज़ जो सबको याद आती है, वो है सांता क्लॉज़ और उसका आइकॉनिक रेड सूट. लेकिन क्या आपको पता है कि कोका-कोला का इस रेड कलर और क्रिसमस के साथ एक गहरा कनेक्शन है? ये एक ऐसी ब्रांडिंग स्टोरी है जो मार्केटिंग की दुनिया में लीजेंडरी बन चुकी है.
1930s के आसपास, कोका-कोला ने अपनी विंटर सेल्स बढ़ाने के लिए एक नई मार्केटिंग स्ट्रैटेजी अपनाई. उस टाइम कंपनी ने हैडन सुंडब्लॉम, एक टैलेंटेड इलस्ट्रेटर, को हायर किया सांता क्लॉज़ का एक फ्रेंडली और रिलेटेबल इमेज क्रिएट करने के लिए. सुंडब्लॉम ने सांता को एक जॉली, रेड-सूटेड फिगर के रूप में डिजाइन किया. लेकिन इससे पहले सांता क्लॉज़ का रेड सूट स्टैंडर्ड नहीं था. अलग-अलग कल्चर्स में सांता क्लॉज़ को ग्रीन, ब्राउन और ब्लू आउटफिट्स में दिखाया जाता था. कोका-कोला के ऐड्स ने रेड-सूटेड सांता को इतना पॉपुलर बनाया कि ये लुक यूनिवर्सली एक्सेप्ट हो गया.
कोका-कोला का रेड कलर और सांता का रेड सूट एक दूसरे के लिए परफेक्ट मैच थे. ये कॉम्बिनेशन एकदम नैचुरली फिट हो गया, और धीरे-धीरे कोका-कोला ने क्रिसमस का एक इंपॉर्टेंट सिम्बल बनाकर अपने ब्रांड को ग्लोबली एस्टेब्लिश कर दिया.
क्रिसमस ब्रांडिंग का इंपैक्ट
आज के टाइम में कोका-कोला और क्रिसमस का नाम एक साथ आता है. कोका-कोला की क्रिसमस कैंपेन दुनिया भर में फेमस हैं, चाहे वो पोलर बियर्स हों या सांता क्लॉज़ की ऐड्स. ये कैंपेन हर साल एक वॉर्म और फेस्टिव फीलिंग लेकर आती हैं, जो लोगों को कोका-कोला के साथ इमोशनली कनेक्ट करती है.
एक इंटरेस्टिंग बात ये है कि कोका-कोला के ऐड्स के ज़रिए जो सांता क्लॉज़ का लुक पॉपुलर हुआ, उसने क्रिसमस सेलिब्रेशन को ग्लोबली एक स्टैंडर्डाइज्ड इमेज दी. पहले सांता क्लॉज़ को अलग-अलग कल्चर्स में अलग-अलग रूप में दिखाया जाता था, लेकिन कोका-कोला की ब्रांडिंग ने इस इमेज को एक रिकग्नाइज़ेबल और यूनिवर्सल फॉर्म दे दिया.
रेड कलर का साइकॉलजी में इंपॉर्टेंस
कोका-कोला का रेड कलर सिर्फ एक ब्रांडिंग चॉइस नहीं है, बल्कि इसके पीछे साइकॉलजिकल रीजन भी हैं. रेड कलर एक्साइटमेंट, एनर्जी और वॉर्मथ सिम्बोलाइज़ करता है – और ये सब क्वालिटीज़ क्रिसमस सीजन के इमोशन्स के साथ परफेक्टली अलाइन करती हैं. जब लोग कोका-कोला का रेड लोगो देखते हैं, तो उन्हें एक फेस्टिव और चीयरफुल फीलिंग होती है.
ये कलर स्ट्रैटेजी कोका-कोला की मार्केटिंग सक्सेस का एक मेजर पार्ट है. कंपनी ने अपने रेड-एंड-व्हाइट ब्रांडिंग के ज़रिए एक स्ट्रॉन्ग विजुअल आइडेंटिटी क्रिएट की, जो हर ऐज ग्रुप के लोगों के लिए रिकग्नाइज़ेबल और अपीलिंग है.
कोका-कोला की मॉडर्न क्रिसमस कैंपेन
आज के डिजिटल ऐज में भी कोका-कोला अपने क्रिसमस कैंपेन के ज़रिए अपनी लेगेसी को कंटिन्यू कर रहा है. सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर इंटरेक्टिव और हार्टवॉर्मिंग कैंपेन लॉन्च करके कोका-कोला हर साल नए ऑडियंस को अट्रैक्ट करता है. रीसेंट कैंपेन में लोगों को एंकरेज किया गया है कि वो “शेयर अ कोक” या “स्प्रेड हैप्पीनेस” जैसे मेसेजेस के ज़रिए अपने लव्ड वन्स के साथ स्पेशल मोमेंट्स शेयर करें.
कोका-कोला के क्रिसमस ट्रक्स भी एक मेजर अट्रैक्शन होते हैं. ये ट्रक्स, जो ब्राइट रेड लाइट्स और फेस्टिव डेकोरेशन में डेकोरेट होते हैं, लोगों के लिए एक विजुअल ट्रीट बन जाते हैं. ये कैंपेन नॉट जस्ट ऐडवरटाइजिंग, बल्कि एक कल्चरल फेनोमेना बन चुकी हैं.
लोकल कल्चर्स और क्रिसमस
एक और खास बात ये है कि कोका-कोला अपने क्रिसमस कैंपेन को लोकल कल्चर्स के साथ ब्लेंड करना जानता है. हर कंट्री के ट्रेडिशन्स और वैल्यूज को ध्यान में रखते हुए कोका-कोला अपने मार्केटिंग मेसेजेस को टेलर करता है. इस अप्रोच के वजह से कोका-कोला का ब्रांड नॉट जस्ट वेस्टर्न मार्केट्स में, बल्कि ग्लोबली भी सेलिब्रेट किया जाता है.
मार्केटिंग लेसन्स जो सीखने को मिलती हैं
कोका-कोला के क्रिसमस और रेड कलर ब्रांडिंग के केस स्टडी से मार्केटर्स को कई इंपॉर्टेंट लेसन्स मिलते हैं:
इमोशनल कनेक्शन: एक सक्सेसफुल मार्केटिंग कैंपेन के लिए लोगों के इमोशन्स के साथ कनेक्ट करना ज़रूरी है. कोका-कोला ने क्रिसमस के जॉय और वॉर्मथ को अपने ब्रांड के साथ एसोसिएट करके यही किया.
कंसिस्टेंसी: ब्रांडिंग का एक और मेजर लेसन है कंसिस्टेंसी. कोका-कोला ने डिकेड्स तक अपने रेड-एंड-व्हाइट ब्रांडिंग को मेंटेन करके एक स्ट्रॉन्ग विजुअल आइडेंटिटी बनाई.
अडैप्टेबिलिटी: हर मार्केट के कल्चरल न्यूऑंसेस को समझना और अपने मेसेज को अकॉर्डिंगली अडैप्ट करना एक ग्लोबल ब्रांड की सक्सेस के लिए ज़रूरी है.
स्टोरीटेलिंग: कोका-कोला की क्रिसमस कैंपेन स्टोरीटेलिंग का एक परफेक्ट एक्ज़ाम्पल हैं. एक स्ट्रॉन्ग नैरेटिव के साथ लोगों के दिल में अपना ब्रांड प्लेस करना हर कंपनी के लिए इंपॉर्टेंट है.
कोका-कोला का क्रिसमस और रेड कलर के साथ कनेक्शन एक आइकॉनिक एक्ज़ाम्पल है ब्रांडिंग और मार्केटिंग का. ये स्टोरी हमें दिखाती है कि कैसे एक सिंपल आइडिया, जब स्ट्रैटेजिकली इंप्लिमेंट किया जाए, तो एक ग्लोबल फेनोमेना बन सकता है. सांता क्लॉज़ का रेड सूट और कोका-कोला का फेस्टिव ब्रांडिंग आज भी लोगों के लिए एक रिमाइंडर है कि कैसे एक ब्रांड अपने क्रिएटिविटी और इमोशनल कनेक्शन के ज़रिए टाइमलेस बन सकता है.