मनवता शर्मशार! घंटों सड़क पर पड़ा रहा शव, दोनों राज्यों ने लेने से किया इनकार
राहुल अहिरवार घर से दिल्ली के लिए निकले थे और सड़क पार कर रहे थे, तभी एक वाहन ने उन्हें कुचल दिया. उनकी मौके पर ही मौत हो गई. पीड़ित परिवार ने बताया कि राहुल की हाल ही में शादी हुई थी और वह मजदूरी करने के लिए दिल्ली जा रहा था.;
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस की एक शर्मशार करने वाली लड़ाई सामने आई, जिसमें दोनों ही राज्यों ने सड़क पर पड़े शव को लेने से ही इनकार कर दिया. इस कारण 27 वर्षीय राहुल अहिरवार दुर्घटना पीड़ित का शव चार घंटे से अधिक समय तक सड़क पर पड़ा रहा.
राहुल अहिरवार घर से दिल्ली के लिए निकले थे और सड़क पार कर रहे थे, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें कुचल दिया. दुर्घटना के बाद इलाके के लोग मौके पर जमा हो गए और उन्होंने मध्य प्रदेश के हरपालपुर थाने को सूचना दी.
दोनों राज्यों ने एक-दूसरे का बताया काम
पुलिस मौके पर पहुंची और बताया कि यह मामला उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के महोबकंठ थाने के अंतर्गत आता है. इसके बाद वे वहां से चले गए. जब ग्रामीणों ने उत्तर प्रदेश पुलिस थाने को सूचना दी तो उन्होंने मामले को टालते हुए कहा कि यह मध्य प्रदेश पुलिस का काम है.
इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया और प्रदर्शन शुरू कर दिया, शव अभी भी दुर्घटनास्थल पर ही पड़ा हुआ था. आखिरकार, दुर्घटना के चार घंटे बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके बाद ही ग्रामीणों ने सड़क खाली की और यातायात फिर से शुरू हुआ.
पीड़ित के रिश्तेदार ने सुनाई आपबीती
पीड़ित के रिश्तेदार रामदीन ने कहा, 'मेरे चचेरे भाई की दुर्घटना में मौत हो गई. यह क्षेत्र मध्य प्रदेश में आता है, लेकिन शव अब घंटों सड़क पर पड़ा है क्योंकि कोई भी इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. मध्य प्रदेश का एक पुलिसकर्मी आया और उसने हमें डांटा और कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. हम चाहते हैं कि शव का पोस्टमार्टम जल्द से जल्द हो ताकि हम अंतिम संस्कार कर सकें. हम चाहते हैं कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार वाहन की पहचान की जाए.'
पीड़ित परिवार ने बताया कि राहुल की हाल ही में शादी हुई थी और वह मजदूरी करने के लिए दिल्ली जा रहा था. एक रिश्तेदार ने बताया कि यह दुर्घटना शाम करीब 7 बजे हुई. शव को आखिरकार रात करीब 11 बजे सड़क से हटाया गया.