सीपी राधाकृष्णन को निर्विरोध उपराष्ट्रपति बनाने में जुटी BJP, राजनाथ सिंह ने किन नेताओं को किया फोन? जानें क्या है नंबर गेम

एनडीए ने उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन का नाम घोषित कर सियासी समीकरण बदल दिए हैं. राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक, वाईएसआरसीपी के जगन मोहन रेड्डी और बसपा सुप्रीमो मायावती तक फोन कर समर्थन मांगा. बीजेपी चाहती है कि यह चुनाव निर्विरोध हो, लेकिन इंडिया ब्लॉक रणनीति बनाकर मैदान में उतरने की तैयारी में है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 18 Aug 2025 9:48 AM IST

एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है और इसके बाद देश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बात कर समर्थन मांगा है. उधर, इंडिया ब्लॉक आज बैठक कर अपनी रणनीति तय करेगा. ऐसे में यह चुनाव केवल औपचारिकता नहीं बल्कि राजनीतिक संदेश देने का बड़ा मंच बन गया है.

उपराष्ट्रपति का चुनाव सामान्य चुनाव से अलग होता है. इसमें सिंगल ट्रांसफरेबल वोट सिस्टम अपनाई जाती है. जीतने के लिए उम्मीदवार को वैध वोटों का कोटा पार करना पड़ता है. अगर पहली गिनती में कोई उम्मीदवार बहुमत तक नहीं पहुंच पाता तो सबसे कम मत पाने वाले प्रत्याशी को बाहर कर दिया जाता है और उसके वोट दूसरी वरीयता के अनुसार बांटे जाते हैं.

जानिए नंबर गेम का गणित

इस बार कुल 782 सांसद मतदान के पात्र हैं जिनमें 542 लोकसभा और 240 राज्यसभा से हैं. बहुमत के लिए 392 सांसदों की जरूरत होगी. सरकार के पक्ष में 427 सांसद बताए जा रहे हैं जबकि विपक्ष के पास 355 सांसद हैं. दिलचस्प पहलू यह है कि इनमें से 133 सांसद अभी अनिर्णीत माने जा रहे हैं जो पूरे चुनाव की दिशा बदल सकते हैं.

किन-किन दलों से मांगा समर्थन?

इन्हीं 133 अनडिसाइड वोटों को साधने के लिए दोनों खेमों ने कोशिशें तेज कर दी हैं. इंडिया ब्लॉक अपनी बैठक में इन वोटों को अपने पक्ष में करने की रणनीति बना सकता है. वहीं, सरकार लगातार क्षेत्रीय दलों और सहयोगियों से संपर्क साध रही है. इसी क्रम में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष से भी बातचीत की. इसके बाद उन्होंने बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक, वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी और बसपा प्रमुख मायावती से भी बात की. साथ ही अकाली दल और टीडीपी नेताओं को भी संदेश भेजा गया है कि इस चुनाव को सर्वसम्मति से करवाने में सहयोग करें.

एनडीए का उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन

बीजेपी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाकर साफ कर दिया है कि वह केवल दिल्ली की राजनीति नहीं बल्कि दक्षिण भारत में भी संदेश देना चाहती है. इससे पार्टी ने दक्षिण भारत की राजनीति को साधने की भी कोशिश की है. राधाकृष्णन तमिलनाडु से हैं और कोयंबटूर से दो बार सांसद रह चुके हैं. बीजेपी का तमिलनाडु में प्रदर्शन अभी तक कमजोर रहा है. ऐसे में यह दांव राजनीतिक रूप से खास महत्व रखता है.

कांग्रेस और डीएमके के लिए चुनौती

राधाकृष्णन का नाम कांग्रेस और डीएमके के लिए सीधी चुनौती माना जा रहा है. वे तमिलनाडु की राजनीति से गहराई से जुड़े रहे हैं और आरएसएस की पृष्ठभूमि से आते हैं. इसीलिए डीएमके के लिए उनका विरोध करना या समर्थन देना, दोनों ही राजनीतिक रूप से पेचीदा है. कांग्रेस को भी इस मसले पर गठबंधन की एकजुटता बनाए रखना आसान नहीं होगा.

निर्विरोध चुनाव की तैयारी

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संकेत दिए हैं कि पार्टी इस चुनाव को निर्विरोध कराने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष से भी बात की जाएगी ताकि सर्वसम्मति से चुनाव हो सके. सूत्रों के मुताबिक, इस चुनाव की देखरेख राजनाथ सिंह करेंगे और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को चुनाव एजेंट बनाया गया है.

कब होगा चुनाव?

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद के मानसून सत्र से पहले स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर इस्तीफा दे दिया था. तभी से यह पद खाली था. अब 9 सितंबर को चुनाव और उसी दिन परिणाम भी घोषित किए जाएंगे. नामांकन की आखिरी तारीख 21 अगस्त और नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 25 अगस्त रखी गई है. एनडीए हर हाल में अपने उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय दिख रहा है.

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