NDA ने उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन को ही क्यों चुना? पढ़ें इनसाइड स्टोरी
महाराष्ट्र के वर्तमान गवर्नर सीपी राधाकृष्णन को 9 सितंबर 2025 को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए का उम्मीदवार घोषित किया गया है. तमिलनाडु के अनुभवी बीजेपी नेता राधाकृष्णन दो बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद रह चुके हैं और तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र, झारखंड, तेलंगाना और पुडुचेरी में राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया है. राधाकृष्णन के पास व्यापक संसदीय अनुभव है.

CP Radhakrishnan: सीपी राधाकृष्णन, जो वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, को रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया. उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होने वाले हैं. इस घोषणा की जानकारी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने दिल्ली में पार्टी की संसदीय बोर्ड बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
चंद्रपुरम पोनुसामी राधाकृष्णन ने 31 जुलाई, 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला था. इससे पहले वह झारखंड और तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल भी रह चुके हैं.
सीपी राधाकृष्णन का अब तक का सफर
- तमिलनाडु के तिरुपुर में 20 अक्टूबर 1957 को जन्मे राधाकृष्णन ने व्यवसाय प्रशासन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने 1974 में भारतीय जनसंघ (BJP के पूर्ववर्ती संगठन) के राज्य समिति सदस्य के रूप में राजनीति में कदम रखा. उससे पहले वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े थे.
- 1996 में राधाकृष्णन को तमिलनाडु BJP का सचिव नियुक्त किया गया. इसके बाद वह 1998 और 1999 में कोयम्बटूर से लोकसभा सदस्य चुने गए.
- सांसद रहते हुए सीपी राधाकृष्णन ने संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और सार्वजनिक उपक्रमों (PSUs) और वित्तीय मामलों की सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे. उन्होंने स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली संसदीय विशेष समिति का हिस्सा भी रहे.
- 2004 से 2007 तक राधाकृष्णन ने तमिलनाडु के BJP अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और 93 दिनों तक चले 19,000 किलोमीटर के ‘रथ यात्रा’ का नेतृत्व किया. इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत की नदियों के आपसी लिंकिंग, आतंकवाद उन्मूलन, समान नागरिक संहिता लागू करना, अछूत प्रथा हटाना और नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाना था.
- 2016 से 2020 तक राधाकृष्णन को केंद्र सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत कोइर बोर्ड, कोच्चि का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. उनके कार्यकाल में भारत का कोइर निर्यात 2,532 करोड़ रुपये तक पहुंचा. 2020 से 2022 तक वह केरल के लिए बीजेपी के अखिल भारतीय प्रभारी भी रहे.
- राजनीति के अलावा राधाकृष्णन कॉलेज स्तर के टेबल टेनिस चैंपियन रहे हैं और क्रिकेट व वॉलीबॉल में भी उनकी रुचि रही है. उन्होंने अमेरिका, यूके, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, नार्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड, तुर्की, चीन, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान, थाईलैंड, मिस्र, UAE, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और जापान सहित कई देशों की यात्रा की है.
सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति क्यों चुना गया?
सीपी राधाकृष्णन का लंबा प्रशासनिक अनुभव और आरएसएस से लंबा जुड़ा रहा. इसके साथ ही, उन्होंने कई राज्यों के राज्यपाल और उपराज्यपाल के रूप में भी काम किया है. राधाकृष्णन ने तमिलनाडु में बीजेपी को अपनी पैठ बनाने में मदद की. इसके साथ ही, उन्होंने सांसद के रूप में भी उल्लेखनीय कार्य किए. तमिलनाडु में बीजेपी को अपना आधार आधार बनाना है. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति बनाकर तमिलनाडु के लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की गई कि वह भाषा या राज्य के आधार पर भेदभाव नहीं करती. यही सब वजह रही कि बीजेपी ने राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुना.