संविधान पर संसद में बड़ी बहस आज, क्या खत्म होगा सरकार और विपक्ष का गतिरोध?
संविधान पर चर्चा की शुरुआत शुक्रवार यानी आज लोकसभा से होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसकी शुरुआत करेंगे. सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा में संविधान पर चर्चा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर सकते हैं. संसद में इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल पर भी चर्चा हो सकती है. भाजपा इसको लेकर कांग्रेस पर हमला बोल सकती है.;
Debate on constitution In Parliament: भारत के संविधान को बने पूरे हुए 75 साल हो गए हैं. संविधान पर अब दो दिनों तक चर्चा की जाएगी. गुरुवार रात तक बहस शुरू होने में थोड़ा समय बचा था, तभी बीजेपी और कांग्रेस के सांसदों ने दिल्ली में अपने मुख्यालयों पर बैठक की. आज संसद में दोनों के बीच बहस छिड़ सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संविधान पर चर्चा की शुरुआत शुक्रवार यानी आज लोकसभा से होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसकी शुरुआत करेंगे. सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा में संविधान पर चर्चा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर सकते हैं.
संविधान पर चर्चा के 10 बड़े बिंदु
- आज रक्षा मंत्री भाजपा की ओर से भाषण देंगे. एनडीए की ओर से 12-15 सांसद, जिनमें जेडीएस प्रमुख और कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी, शिवसेना से श्रीकांत शिंदे, जीतन मांझी और लोजपा की शांभवी चौधरी शामिल हैं.
- संसद में इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल पर भी चर्चा हो सकती है. भाजपा इसको लेकर कांग्रेस पर हमला बोल सकती है. उन्होंने पहले कहा था कि जिन्होंने आपातकाल लगाया, उन्हें हमारे संविधान के प्रति प्यार का इजहार करने का अधिकार नहीं है.
- भाजपा अप्रैल-जून के संघीय चुनाव के दौरान विपक्ष द्वारा फैलाए गए फर्जी वादों पर भी पलटवार करेगी, जब कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने दावा किया था कि अगर मोदी की पार्टी जीती तो वह संविधान में बुनियादी स्तर पर बदलाव करने पर विचार करेगी.
- कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी भाषण देंगे. वह विपक्ष की ओर से अडानी मुद्दे पर पीएम मोदी और भाजपा को घेर सकते हैं. कांग्रेस को संविधान पर बोलने के लिए 2 घंटे 20 मिनट का समय मिलेगा.
- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों ही सदन में बोलेंगे. राहुल आज और प्रियंका कल चर्चा सदन में कल कर सकते हैं. बता दें कि यह प्रियंका गांधी का पहला भाषण होगा. राज्यसभा में विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे करेंगे.
- तमिलनाडु की डीएमके के टीआर बालू और ए राजा तथा तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के भी संविधान पर बोल सकते हैं. पिछली लोकसभा के अंतिम सप्ताहों में विवादास्पद तरीके से निकाले जाने के कारण सुश्री मोइत्रा का भाषण विशेष रूप से दिलचस्प होगा.
- समाजवादी पार्टी के लिए संभल में हिंसा और किसानों का विरोध का मुद्दा उठाया जा सकता है. विपक्ष 'संविधान बचाओ' का नारा भी लगा सकते हैं.
- संविधान पर चर्चा के लिए लोकसभा में 13-14 दिसंबर और राज्यसभा में 16-17 दिसंबर को संविधान पर चर्चा के लिए सरकार ने सहमति जताई है. शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने संविधान सभा द्वारा संविधान पर चर्चा की मांग की थी.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को इस दो दिवसीय बहस का जवाब देंगे. 20 दिसंबर को संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होगा.
- भाजपा और कांग्रेस ने अपने सांसदों को बहस में उपस्थित रहने के लिए तीन-लाइन व्हिप - आवश्यक लिखित सूचना जारी किया, जिसे सोमवार और मंगलवार को राज्यसभा में उठाया जाएगा.