बेंगलुरू की ट्रैफिक समस्या से कैसे निपट रहा AI? VAC कर रहा कमाल
भारत के सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहे बेंगलुरू में जल्द इस समस्या को खत्म किया जाने वाला है. दरअसल बेंगलुरू ट्रैफिक पुलिस ने VAC यानी एआई से चलने वाले ट्रैफिक सिग्नल्स लगाने का प्लान किया है. इन सिग्नल्स की मदद से ट्रैफिक को मैनेज किया जाएगा.;
बेंगलुरू में ट्रैफिक की समस्या आम है. ऑफिस से घर या फिर घर से ऑफिस पहुंचने के लिए लोगों को ट्रैफिक समस्या का सामना करना पड़ता है. लेकिन अब बेंगलुरू ट्रैफिक पुलिस (BTP) ने इस समस्या का हल निकाला है. अब बीटीपी VAC यानी व्हीकल एक्यूटेड कंट्रोल को 100 मेजर जंक्शन पर लगाने का फैसला किया है. इसके कारण AI की मदद से सिग्नल्स को रोका जा सकता है.
क्या है VAC सिग्नल्स, कैसे होगा ट्रैफिक कंट्रोल?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस AI से चलने वाले VAC सिग्नल्स की मदद से सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या और ट्रैवलिंग टाइम को 20-33 प्रतिशत तक कम कर दिया गया है. वहीं VAC सिग्नल्स रियल टाइम में वाहनों की निगरानी करते हैं. ये स्मार्ट सिग्नल ऐडाप्टिव ट्रैफ़िक कंट्रोल सिस्टम (ATCS) मोड में एक-दूसरे के साथ संवाद भी कर सकते हैं, जिससे ट्रैफ़िक प्रवाह में और सुधार होता है. इसके रिजल्ट पर बातचीत करते हुए अधिकारी ने कहा कि इसकी मदद से ट्रैवल टाइम कम हुआ है. इस टेक्नोलॉजी को जापान इंटरनेशन कॉरपोरेशन एजेंसी (JICA) के साथ मिलकर तैयार किया गया है.
सबसे ज्यादा ट्रैफिक वाले शहरों में से एक
आपको बता दें कि बेंगलुरू को भारी ट्रैफिक जाम के रूप में भी जाना जाता है. सबसे अधिक ट्रैफिक जाम की समस्या बेंगलुरू में पाई जाती है. ऐसी कई जानकारी है कि यहां रात के समय में भी लगभग 60 प्रतिशत तक ट्रैफिक समस्या बनी रहती है. इन्हीं समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए बेंगलुरू ट्रैफिक पुलिस ने AI ऑपरेटेड ट्रैफिक सिग्नल्स को इंस्टाल किया है. ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ बेंगलुरू ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि फिलहाल 104 B-ATCS सिग्नल्स चालू हैं. मार्च के अंत तक पहले फेज का काम पूरा हो जाएगा. इसी संख्या बढ़ा 165 करने का फैसला लिया जा रहा है. BTC के अनुसार AI सिग्नल्स 90 प्रतिशत तक ऑटोमैटेकली ऑपरेट हो सकता है.