पति का कर्ज चुकाने के लिए 30 दिन के नवजात को बेचा, मां समेत 4 गिरफ्तार
40 साल की महिला ने अपने परिवार के कर्ज को चुकाने के लिए अपने 30 दिन के नवजात बच्चे को 1.5 लाख रुपये में बेच दिया. इस मामले में पुलिस ने न केवल मां को, बल्कि दो सहयोगियों और बच्चे को खरीदने वाली महिला को भी गिरफ्तार कर लिया.;
कर्नाटक के रामनगर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां 40 साल की महिला ने अपने परिवार के कर्ज को चुकाने के लिए अपने 30 दिन के नवजात बच्चे को 1.5 लाख रुपये में बेच दिया. इस मामले में पुलिस ने न केवल मां को, बल्कि दो सहयोगियों और बच्चे को खरीदने वाली महिला को भी गिरफ्तार कर लिया.
यह परिवार दिहाड़ी मजदूरी से अपना घर चलाता था और कम इनकम के चलते इन पर 3 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज चढ़ गया था. परिवार में पहले से पांच बच्चे थे और नवजात के आने से उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो गई. महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी ने एक दिन उसे सुझाव दिया था कि नवजात को बेचकर कर्ज चुकाया जा सकता है. हालांकि, पति ने इस बात पर मना कर दिया और पत्नी से कहा कि ऐसा नहीं करना है.
बच्चे के लापता होने का मामला
5 दिसंबर की शाम को पति ने काम से लौटने के बाद पाया कि उनका नवजात गायब है. पत्नी ने बताया कि बच्चे की तबीयत खराब होने के वजह से उसने उसे रिश्तेदार के साथ डॉक्टर के पास भेजा है. पति ने इस पर भरोसा कर लिया और फिर खाना खाकर सो गया, लेकिन अगले दिन जब वह फिर से बच्चे के बारे में पूछने लगा, तो पत्नी ने टालमटोल शुरू कर दी. पति को शक हुआ और उसने डॉक्टर या रिश्तेदार का नंबर मांगा, लेकिन पत्नी ने देने से मना कर दिया. इससे दोनों के बीच झगड़ा हुआ, जिसमें पति घायल हो गया.
पुलिस शिकायत के बाद खुला मामला
7 दिसंबर को पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनका नवजात गायब है और पत्नी पर गड़बड़ी में शामिल होने का शक जताया. जांच के दौरान पत्नी ने पुलिस को यह कहकर गुमराह करने की कोशिश की कि बच्चा रिश्तेदार के पास है. लेकिन जब सख्ति से पूछताछ की गई तो महिला ने कबूल कर लिया कि उसने अपने बेटे को 1.5 लाख रुपये में बेंगलुरु की एक महिला को बेच दिया है.
पुलिस ने मां को साथ लेकर बेंगलुरु में छापा मारा और बच्चे को बचा लिया. इसके बाद महिला, उसके दो सहयोगी, और खरीदार महिला को गिरफ्तार कर लिया गया. बच्चे को मांड्या के चाइल्ड वेलफेयर होम भेज दिया गया है.