अतुल सुभाष की गूगल ड्राइव से कई फाइलें गायब! 24 पन्नों का सुसाइट नोट कहां गया?
Atul Subhash Suicide Case: बेंगलुरु में एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की सुसाइड केस में बड़ा अपडेट सामने आया है. बताया जा रहा है कि अतुल के गूगल ड्राइव से कई फाइलें गायब हो गई हैं. इसे लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स काफी आक्रोशित हैं, उन्होंने सबूतों को नष्ट करने का आरोप लगाया है. गायब फाइलों में 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 'टू मिलॉर्ड्स' हेडिंग वाला एक लेटर शामिल है,;
Atul Subhash Suicide Case: एआई इंजीनियर अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को सुसाइड किया था. उन्होंने अपनी पत्नी निकिता और ससुरालवालों पर आत्महत्या करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. अतुल के सुसाइड के एक हफ्ते बाद उनके द्वारा शेयर किए गए Google Drive लिंक में कई फाइलें गायब हो गई हैं.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, शेयर किए गए Google Drive से गायब फाइलों में उनका 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 'टू मिलॉर्ड्स' हेडिंग वाला एक लेटर शामिल है, जिसमें न्याय प्रणाली की आलोचना की गई थी. हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक इस बारे में कुछ नहीं कहा है, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस मामले में पर्दा डालने के प्रयास का आरोप लगाया है.
पुलिस पर सबूतों को नष्ट करने का लगा आरोप
शेयर की गई ड्राइव में अब Death Knows No Fear नामक एक कविता, राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र और एक घोषणा ही दिखाई दे रही है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह निकिता द्वारा लगाए गए किसी भी आरोप के लिए दोषी नहीं हैं. ये फाइलें पहले भी मौजूद थीं. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स सबूतों को नष्ट करने का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने बेंगलुरु पुलिस से मामले की जांच करने का आग्रह किया है.कुछ यूजर्स ने, जिन्होंने पहले फाइलें सेव की थीं, उन्हें दूसरों तक पहुंचाने के लिए कई प्लेटफ़ॉर्म पर फिर से शेयर किया है. कुछ लोगों ने अधिकारियों पर यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने अतुल की मौत से पहले शेयर की गई Google ड्राइव से फ़ाइलें हटवाई हैं. अभी तक न तो पुलिस और न ही Google ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी है.
अतुल सुभाष सोमवार की सुबह अपने बेंगलुरु स्थित घर में मृत पाए गए थे. उनके घर से एक सुसाइड नोट मिला है, जिस पर 'जस्टिस इज ड्यू' लिखा था. सुसाइड से पहले उन्होंने नोट और अन्य सामग्री को ओपन एक्सेस के साथ गूगल ड्राइव पर साझा किया और एक 80 मिनट का वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने लंबी कानूनी लड़ाई के अपने अनुभव को बयां किया.
निकिता ने परिवार के खिलाफ दर्ज कराए झूठे मामले
अतुल ने अपनी अलग रह रही पत्नी निकिता, उसकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया पर उत्पीड़न और जबरन वसूली का आरोप लगाते हुए कहा कि निकिता ने उनके और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए हैं. उन्होंने मामले को निपटाने के लिए 3 करोड़ रुपये की मांग की है. व
बच्चे का इस्तेमाल कर जबरन वसूली कर रही पत्नी
अतुल ने कहा कि मेरी पत्नी अपने चार साल के बच्चे का इस्तेमाल करके मुझसे जबरन वसूली कर रही है. अतुल ने कहा कि अदालत ने उन्हें निकिता को अपने और अपने बेटे के लिए हर महीने 80,000 रुपये गुजारा भत्ता देने के लिए कहा था, लेकिन वह 2 लाख रुपये की रकम चाहती थी. उन्होंने फैमिली कोर्ट जौनपुर की जज रीता कौशिक पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
निकिता को मां और भाई के साथ पुलिस ने किया गिरफ्तार
अतुल की मौत के बाद उनके भाई विकास कुमार ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया. निकिता, उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसका चाचा सुशील फरार है. तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और दो सप्ताह की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. अतुल के परिवार ने अब पूछा है कि उनका पोता कहां है और मांग की है कि उसे उन्हें सौंप दिया जाए.