नदी पार करने वाले थे ड्रग्स के तस्कर, पुलिस ने खदेड़ा तो हुए फरार; जब्त की गई 86 करोड़ की हेरोइन
मिजोरम में म्यांमार से नदी पारकर ड्रग्स की तस्करी करने आ रहे तस्करों के मंसूबों पर पानी फिर गया. असम राइफल्स और मिजोरम पुलिस की संयुक्त टीम को देखकर वे ड्रग्स की खेप को छोड़कर फरार हो गए. बरामद ड्रग्स की कीमत करीब 86 करोड़ रुपये बताई जा रही है.;
पूर्वोत्तर भारत से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. असम राइफल्स ने मिजोरम पुलिस के साथ मिलकर दो अलग-अलग अभियानों में प्रतिबंधित मेथामफेटामाइन की गोलियां और हेरोइन को जब्त किया है. इसकी कीमत 86 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है. यह कार्रवाई मिजोरम के चंफाई जिले में हुई.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, असम राइफल्स और मिजोरम पुलिस की संयुक्त टीम को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि भारत-म्यांमार सीमा पर तियाउ नदी के पार एक संदिग्ध खेप लाई जा रही है. इस पर बुधवार (20 नवंबर) को एक गांव में अभियान चलाया गया. इस दौरान तस्कर फरार होने में कामयाब रहे.
28.52 किलोग्राम मेथामफेटामाइन की गोलियां बरामद
हालांकि, तस्करों के पास से ड्रग्स की खेप को टीम ने बरामद कर लिया. इसमें 28.52 किलोग्राम मेथामफेटामाइन की गोलियां बरामद की गई. इसकी कुल कीमत 85.56 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
क्रेजी ड्रग क्या है?
मेथामफेटामाइन को क्रेजी ड्रग के नाम से भी जाना जाता है. इसकी गोलियों पर भारत में प्रतिबंध लगा हुआ है. बता दें कि तियाऊ नदी 159 किमी लंबी है. यह मिजोरम और म्यांमार के चिन राज्य के बीच बहती है. यह दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा बनाती है. यह नदी मिजोरम में चंफाई जिले के खुआंगफा गांव के पास से निकलती है.
म्यांमार की महिला और पुरुष गिरफ्तार
एक बयान में कहा गया है कि जिले में चलाए गए एक अन्य अभियान के दौरान म्यांमार की रहने वाली महिला और पुरुष को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 39 लाख रुपये मूल्य की 52 ग्राम हेरोइन बरामद किया गया है. इसके अलावा, ड्रग्स तस्करी में शामिल एक बाइक को भी बरामद किया गया है. पिछले महीने भी नशीली दवाओं को बरामद किया गया था.