'मुसलमानों पर हिंसक हमले होते हैं' अमेरिकी ने भारत के खिलाफ की टिप्पणी, धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट आई सामने

अमेरिका ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की कथित गिरावट के संबंध में एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में भारत के खिलाफ कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं. जिसमें कहा गया कि भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके तीर्थस्थलों पर हिंसक हमले किए जाते हैं. यह रिपोर्ट 7 पेज की है, जिसे वरिष्ठ नीति विश्लेषक सेमा हसन ने लिखा है. रिपोर्ट में मुस्लिम, वक्फ संशोधन बिल, गोहत्या विरोधी कानून का जिक्र किया गया है.;

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Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 3 Oct 2024 8:54 AM IST

America Religious Report: दुनिया भर में हिंदू और मुस्लिम को लेकर लगातार विवाद की खबरें सामने आती हैं. धर्म के नाम पर हजारों मासूम लोगों की जान चली जाती है. भारत के आंतरिक मामलों पर दूसरे देश भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते नजर आते हैं. इस बीच अमेरिका ने भारत के खिलाफ जहर उगला है.

अमेरिका ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की कथित गिरावट के संबंध में एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में भारत के खिलाफ कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं. जिसमें कहा गया कि भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके तीर्थस्थलों पर हिंसक हमले किए जाते हैं.

धार्मिक रिपोर्ट की जारी

राष्ट्रपति जो बाइडन की सरकार के एक आयोग ने धार्मिक रिपोर्ट पेश की है. इसमें भारत को विशेष चिंता वाले देश के रूप में लिस्टेड किया गया है. यह रिपोर्ट 7 पेज की है, जिसे वरिष्ठ नीति विश्लेषक सेमा हसन ने लिखा है. रिपोर्ट में मुस्लिम, वक्फ संशोधन बिल, गोहत्या विरोधी कानून का जिक्र किया गया है.

धार्मिक मु्द्दों पर टिप्पणी

अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिकी आयोग (USCIRF) ने एक बयान जारी किया है. अपनी वार्षिक रिपोर्ट में भारत के अंदर चल रहे गंभीर मुद्दों को देखते हुए, इसे चिंता वाले देश की सूची में शामिल कर दिया है. रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया कि कैसे पूरे 2024 में निगरानी समूहों की ओर से लोगों को मार दिया गया और उनके घरों और पूजा स्थलों को ध्वस्त कर दिया गया था.

अधिकारों का उल्लंघन

USCIRF की रिपोर्ट में कहा गया कि इस तरह की घटनाएं धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन हैं. पिछली मनमोहन सिंह यानी कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार से लेकर आज तक भारत ने अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की बात कहकर USCIRF के सदस्यों को देश की यात्रा करने के लिए वीजा नहीं दिया है.

रिपोर्ट का विरोध

USCIRF हमेशा कई देशों को लेकर रिपोर्ट जारी करता है. इसकी रिपोर्ट को धार्मिक कम राजनयिक रिपोर्ट ज्यादा माना जाता है. USCIRF भारत को बदनाम करने के लिए ऐसी रिपोर्ट पेश करता है. उसने कहा भारत को धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए और उनके मताधिकार के लिए कानूनी ढांचे में बदलाव करना चाहिए. जिसमें एनआरसी, यूनीफॉर्म सिविल कोड, धार्मांतरण और गोहत्या विरोधी कानून शामिल हैं.

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