Shoaib Ibrahim का दावा, Dipika Kakkar को दोबारा हो सकता है खतरनाक कैंसर, ठीक होने में लगेंगे 2 साल
दीपिका की यह मेडिकल जर्नी अभी शुरू ही हुई है. शोएब के अनुसार, यह इलाज एक लंबा प्रोसेस होगा. डॉक्टरों ने कहा है कि यह इलाज एक साल, डेढ़ साल या दो साल तक भी चल सकता है. हर तीन हफ्ते में PET स्कैन कराया जाएगा, ताकि शरीर में किसी भी तरह की नई सेल्स का पता समय रहते लगाया जा सके.;
टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़, जिन्हें लाखों लोग उनके टीवी किरदारों और मुस्कुराहट भरे अंदाज़ के लिए जानते हैं, इन दिनों एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती से गुजर रही हैं. कुछ समय पहले तक पर्दे पर नजर आने वाली यह अदाकारा असल जिंदगी में स्टेज 2 लिवर कैंसर से लड़ रही हैं. अब उनके पति और एक्टर शोएब इब्राहिम ने इस गंभीर बीमारी को लेकर डिटेल्स अपडेट शेयर की है. दीपिका कक्कड़ की 14 घंटे लंबी सर्जरी को एक महीना बीत चुका है.
इस सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने उनके लिवर से ट्यूमर को हटाया, लेकिन मेडिकल जांच और बायोप्सी रिपोर्ट्स के बाद यह स्पष्ट हुआ कि यह ट्यूमर 'ग्रेड 3 और खराब रूप से अलग था. इसका मतलब यह है कि भले ही शरीर में फिलहाल कोई कैंसर सेल्स मौजूद नहीं है, लेकिन यह ट्यूमर काफी आक्रामक प्रकृति का था और इसके दोबारा उभरने की आशंका बनी हुई है. शोएब इब्राहिम, जो लगातार दीपिका के स्वास्थ्य को लेकर अपडेट देते रहे हैं, ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से एक इमोशनल वीडियो शेयर किया.
PET स्कैन रिपोर्ट ने बढ़ाया खतरा
शोएब ने वीडियो बताया, जब सर्जरी हुई, तो हमें उम्मीद थी कि ट्यूमर को हटाने के बाद सब नार्मल हो जाएगा. लेकिन जब बायोप्सी रिपोर्ट आई और PET स्कैन किया गया, तो डॉक्टरों ने बताया कि ट्यूमर ग्रेड 3 का है और यह 'poorly differentiated' है, यानी यह तेजी से फैलने वाला और काफी खतरनाक टाइप का है. ' यही वजह है कि अब इलाज सिर्फ सर्जरी तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि उसे और गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है.
दवाइयों की शुरुआत हो गई है
शोएब ने बताया कि अब दीपिका का इलाज दो संभावित तरीकों से किया जा सकता है- इम्यूनोथेरेपी (जिसमें IV ड्रिप के जरिए दवाएं दी जाती हैं). टारगेटेड थेरेपी (जिसमें ओरल मेडिकेशन दी जाती हैं). डॉक्टरों ने अभी के लिए टारगेटेड थेरेपी से इलाज शुरू करने का फैसला लिया है. शोएब ने बताया, 'फिलहाल दवाइयों की शुरुआत हो गई है. चूंकि शरीर में फिलहाल कोई कैंसर सेल एक्टिव नहीं है, इसलिए ओरल मेडिसिन से ही शुरुआत होगी. लेकिन अगर स्कैन में कुछ नजर आया या खतरा बढ़ा, तो दवाओं की डोज़ बढ़ा दी जाएगी या फिर नसों के ज़रिए दवा दी जाएगी.'
डेढ़ साल या दो साल चलेगा इलाज
दीपिका की यह मेडिकल जर्नी अभी शुरू ही हुई है. शोएब के अनुसार, यह इलाज एक लंबा प्रोसेस होगा. डॉक्टरों ने कहा है कि यह इलाज एक साल, डेढ़ साल या दो साल तक भी चल सकता है. हर तीन हफ्ते में PET स्कैन कराया जाएगा, ताकि शरीर में किसी भी तरह की नई सेल्स का पता समय रहते लगाया जा सके. इससे पहले दीपिका ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक इमोशनल नोट शेयर किया था, जिसमें उन्होंने अपनी बीमारी और उस कठिन समय का ज़िक्र किया था जब उन्हें पहली बार पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द के कारण अस्पताल जाना पड़ा था. उन्होंने लिखा था, 'जब पहली बार हम अस्पताल गए, तो सिर्फ पेट दर्द लग रहा था... लेकिन स्कैन में पता चला कि लिवर में टेनिस बॉल के आकार का ट्यूमर है और फिर जब पता चला कि यह ट्यूमर मैलिग्नेंट यानी कैंसरस है, तो सबकुछ जैसे थम सा गया. उनका यह बयान पढ़कर न केवल फैंस, बल्कि फिल्म-टीवी जगत के कई साथी कलाकारों ने भी उन्हें प्यार और प्रार्थनाएं भेजी.