Salman Khan firing case : लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 5 शूटर्स पर लगी मकोका, सलमान केस में ट्रायल शुरू
14 अप्रैल 2024 की सुबह करीब 5 बजे मुंबई के बांद्रा इलाके में सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर दो बाइक सवार आए. इनमें से एक विक्की गुप्ता और दूसरा सागर पाल था, इन दोनों ने घर के बाहर हवा में कई राउंड गोलियां चलाईं और फिर फरार हो गए.;
सलमान खान (Salman Khan) के घर पर हुई गोलीबारी का मामला अब काफी आगे बढ़ चुका है. साल 2024 में हुई इस घटना के बाद अब 2025 में कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. मुंबई की एक विशेष मकोका कोर्ट ने इस केस में पांच आरोपियों के खिलाफ औपचारिक रूप से आरोप तय कर दिए हैं. इसका मतलब है कि अब जल्द ही इस मामले की असली सुनवाई शुरू हो जाएगी. कोर्ट ने जिन पांच लोगों के खिलाफ आरोप तय किए हैं,
उनके नाम ये हैं: विक्की कुमार गुप्ता, सागर कुमार पाल, सोनू कुमार बिश्नोई, रफीक सरदार चौधरी और हरपाल सिंह इन सभी पांचों आरोपियों ने कोर्ट में खुद को बेकसूर बताया है और कहा है कि वे निर्दोष हैं. अभी ये पांचों जेल में न्यायिक हिरासत में हैं. इसके अलावा तीन और लोग इस केस में मुख्य आरोपी हैं, लेकिन वे अभी फरार हैं: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, उसका भाई अनमोल बिश्नोई और रावताराम स्वामी पुलिस का कहना है कि ये सभी लोग लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सक्रिय सदस्य हैं और इस पूरी साजिश के मास्टरमाइंड हैं.
क्या था पूरा मामला?
14 अप्रैल 2024 की सुबह करीब 5 बजे मुंबई के बांद्रा इलाके में सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर दो बाइक सवार आए. इनमें से एक विक्की गुप्ता और दूसरा सागर पाल था, इन दोनों ने घर के बाहर हवा में कई राउंड गोलियां चलाईं और फिर फरार हो गए. सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि दोनों हेलमेट पहने हुए थे और प्लानिंग के साथ आए थे. पुलिस जांच में पता चला कि ये गोलीबारी सिर्फ डराने के लिए नहीं, बल्कि सलमान खान की हत्या करने की पूरी साजिश थी. लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने यह हमला करवाया था ताकि मुंबई में अपना खौफ और दबदबा कायम किया जा सके.
आरोपियों की भूमिका क्या थी?
रफीक सरदार चौधरी ने सलमान खान के घर की रेकी की और पूरी जानकारी इकट्ठा की. हरपाल सिंह ने यह जानकारी फरार आरोपियों तक पहुंचाई. विक्की गुप्ता और सागर पाल ने असल में गोली चलाई. सोनू बिश्नोई भी इस साजिश में शामिल था. इसके अलावा एक आरोपी अनुज थापन को भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसने पुलिस हिरासत में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. अब कोर्ट ने मकोका (महाराष्ट्र का सख्त संगठित अपराध कानून) के तहत इन पांचों पर हत्या की कोशिश, आपराधिक साजिश, हथियार रखने और आतंक फैलाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. फिलहाल सभी गिरफ्तार आरोपी जेल में हैं और अब मामले की रोजाना सुनवाई शुरू होने वाली है.